अलीगढ़ में गुनगुनी धूप दे रही ठिठुरन से राहत, बदला मौसम
मौसम का मिजाज गुरुवार सुबह कुछ नरम रहा। गुनगुनी धूप ठिठुरन से राहत दे रही थी। वातावरण में सुबह आठ बजे तक हल्का कोहरा छाया रहा। फिर सूर्य नारायण के दर्शन देते ही कोहरा छंटता चला गया। तापमान में सुबह के वक्त गिरावट दर्ज की गई।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। मौसम का मिजाज गुरुवार सुबह कुछ नरम रहा। गुनगुनी धूप ठिठुरन से राहत दे रही थी। वातावरण में सुबह आठ बजे तक हल्का कोहरा छाया रहा। फिर सूर्य नारायण के दर्शन देते ही कोहरा छंटता चला गया। तापमान में सुबह के वक्त गिरावट दर्ज की गई। सुबह आठ बजे का अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही रहा। जबकि, न्यूनतम 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रात में तापमान में गिरावट की संभावना जताई जा रही है।
अलीगढ़ में तापमान लुढ़का
बुधवार रात चली सर्द हवा ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया था। ठिठुरन बढ़ती देख शहरवासी घर पहुंचने की जल्दबाजी में देखे गए। रात नौ बजे के बाद सड़कों व बाजार में सन्नाटा पसर गया। गुरुवार को सुबह हल्का कोहरा छाया, लेकिन धूप में ठंड का एहसास नहीं हुआ। लोग घरों की छतों धूप का आंनद लेते नजर आए। पार्कों में भी गुनगुनी धूप के बीच लोग टहल रहे थे। सुबह नौ बजे तक आसमान पूरी तरह साफ हो गया। सूर्य नारायण ने अपनी चमक बिखेरनी शुरू कर दी। धूप खिलते ही रोजमर्रा की जिंदगी पटरी पर दौड़ने लगी। रेहड़ी-पटरी वालों ने अपनी दुकानें सजाने में जुट गए। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अभी दो-तीन दिन ऐसा ही मौसम रहेगा, फिर गलन बढ़ेगी।
किसानों के लिए मौसम मुफीद
उप कृषि निदेशक डा. वीके सचान ने बताया कि किसानों के लिए यह मौसम मुफीद है। फसलों को इससे कोई नुकसान नहीं है। गेहूं के लिए ऐसा ही मौसम चाहिए। ठंड अच्छी पड़ी और तेज बारिश न हुई तो फसलों की पैदावार बढ़ेगी। खासकर गेहूं का उत्पादन बढेगा। ऐसे मौसम में सिंचाई की आवश्यकता कम पड़ती है। किसानों को सलाह दी जा रही है कि अगर पाला पड़ने के आसार नजर आएं तो शाम को खेत की मेड़ में आग जलाएं। इससे धुंआ उठेगा और फसलों पर पाला असर नहीं करेगा।