अभी वक्त का इंतजार कीजिए, बदलेगी इस राज्य की स्थिति Aligarh News
पश्चिम बंगाल में हुए नरसंहार लूटपाट और आगजनी ने कश्मीरी पंडितों की याद दिला दी। कश्मीर में इसी तरह से हजारों हिंदुओं के साथ नरसंहार हुआ था। लाखों की संख्या में हिंदू बेघर हुए। आज भी निर्वासित होकर दिल्ली की सड़कों पर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उ
अलीगढ़, जेएनएन। पश्चिम बंगाल में हुए नरसंहार, लूटपाट और आगजनी ने कश्मीरी पंडितों की याद दिला दी। कश्मीर में इसी तरह से हजारों हिंदुओं के साथ नरसंहार हुआ था। लाखों की संख्या में हिंदू बेघर हुए। आज भी निर्वासित होकर दिल्ली की सड़कों पर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उनकी स्थिति को देखने के बाद भी देश के लोग चेत नहीं रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक याज्ञनिक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर हमारे लिए सबसे बड़ा सबक था। 30 साल से अधिक का समय हो गया। कश्मीरी पंडितों के घाव अभी तक भरे नहीं गए। अब पश्चिम बंगाल में आग सुलगने लगी है। यहां भी हिंदुओं के साथ उसी तरह की स्थिति उत्पन्न कर दी गई है।
यह हैं बंगाल में हालात
बंगाल के 60,000 से अधिक हिंदू,अपने ही देश में, अपनी सारी संपत्ति छोड़कर जान बचाने के लिए विस्थापित होकर, असम को पलायन कर गए. उनके घर और दुकानों को लूट कर के आग लगा दी गई। पूरे पश्चिम बंगाल में हिंदू डरा और सहमा हुआ है। ममता बनर्जी इस प्रकरण को संज्ञान में लेना ही नहीं चाहती हैं। वह कम्युनिष्टों की राह पर चल निकली हैं। इसलिए वो कहती हैं कि हिंदुओं के साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ। पुरानी वीडियो और फोटो इंटरनेट मीडिया पर दिखाई जा रही है। जिससे देश में माहौल खराब हो। आलोक याज्ञनिक ने सवाल किया कि यदि पुरानी फोटो और वीडियो है तो इसका मतलब है कि पहले से ही हिंदुओं पर अत्याचार होता चला गया आया है। मगर, ऐसे समय में अवार्ड वापसी गैंग सो रहा है। वरना तनिक सा होने पर वो अवार्ड वापस करना शुरू कर देता है, उसके आंसू थमने का नाम ही नहीं लेते हैं। तथाकथित बुद्धिजीवी, जेएनयू, जामिया वाले वामपंथी और कांग्रेसी तो इस प्रकरण पर कुछ बोल नहीं सकते हैं। उन्हें सिर्फ एक विशेष वर्ग पर ही बोलना होता है। उसके खिलाफ तनिक कुछ हो जाता है तो वो बोलना शुरू कर देते हैं। गंगा-जमुनी तहजीब की दुहाई देने वाले भी शांत पड़े हुए हैं, पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार से उनकी गंगा-जमुनी तहजीब खतरे में नहीं पड़ती है।
मोमबत्ती गैंग भी शांत है
आलोक याज्ञनिक ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर अत्याचार होने पर भी मोमबत्ती गैंग शांत है। वैसे वो बात-बात पर मोमबत्ती लेकर सड़कों पर उतर जाता है। पूरे देश नहीं बल्कि दुनिया में दिखाता है कि एक विशेष वर्ग के साथ अत्याचार हो रहा है, जब हिंदुओं के साथ अत्चायार होता है तो वो दुबककर बैठ जाता है।
सरकार उठाएगी बड़ा कदम
आलोक याज्ञनिक का दावा है कि सरकार बड़ा कदम उठाएगी। विश्वास करिए, हर सनातनी हिंदू की तरह पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह इसपर नजर रखे हुए हैं। मगर, वो सिर्फ वक्त का इंतजार कर रहे हैं। क्योंकि बंगाल हमारे देश का हिस्सा है, कोई पाकिस्तान नहीं है, जहां एकदम सर्जिकल स्ट्राइक की जा सके। इसलिए वह सीधी कार्रवाई नहीं कर सकते हैं। पीएम ने देश के तमाम बड़े मुद्दों को बहुत ही सहज और सरल तरीके से सुलझाने का काम किया है। उसी प्रकार से ही पश्चिम बंगाल में होगा। इसके बाद वहां की स्थिति बदलेगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी एकदिन अपनी गल्तियों का एहसास होगा। क्योंकि जिसका वो साथ दे रही हैं, उसने हमेशा विश्वासघात का काम किया है।