घर-घर में उल्टी-दस्त के मरीज, अब जागरूक करेगा विभाग Aligarh news
अलीगढ़ जेएनएन। गर्मी व बरसात के मौसम में उल्टी-दस्त का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। बच्चों के लिए यह बीमारी जानलेवा है। सरकार का मानना है कि यदि लोग जागरूकता हो जाएं तो इस बीमारी की काफी हद तक रोकथाम हो सकती है।
अलीगढ़, जेएनएन। गर्मी व बरसात के मौसम में उल्टी-दस्त का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। बच्चों के लिए यह बीमारी जानलेवा है। सरकार का मानना है कि यदि लोग जागरूकता हो जाएं तो इस बीमारी की काफी हद तक रोकथाम हो सकती है। इसके लिए दो अगस्त से सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा मनाया जाएगा, जो 14 अगस्त तक चलेगा। इसके अंतर्गत ब्लाक स्तर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन होगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आनंद उपाध्याय ने बताया कि ब्लाक स्तर पर सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा विषय पर तकनीकी कार्यशाला का आयोजन होगा, जिसमें चिकित्सा अधिकारी, ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक, सीडीपीओ, बीसीपीएम, आयुष चिकित्सक, स्टाफ नर्स, एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल होंगे।
घर-घर जाएंगी आशा कर्मी
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के नोडल अधिकारी डा. एसपी सिंह ने कहा कि जिला महिला चिकित्सालय, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी व वार्ड में ओआरएस-जिंक कार्नर बनाए जाएंगे। दूरस्थ क्षेत्रों में मोबाइल टीम के माध्यम से ओआरएस व जिंक टेबलेट का वितरण किया जाएगा। एएनएम उक्त पखवाड़े के दौरान भी वीएचएसएनडी बैठक कर ग्राम प्रधान व सदस्यों को कार्यक्रम में सहयोग लिया जाएगा। आशा कर्मी घर-घर जाकर पांच साल तक के बच्चों को दस्त में ओआरएस के दो पैकेट वितरित करेंगी। ओआरएस घोल बनाने का तरीका भी बताया जाएगा। ऐसे बच्चे जो डिहाइड्रेशन (शरीर में पानी की कमी) से ग्रस्त पाए जाएंगे, उन्हें सामुदायिक अथवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा जाएगा। यदि जरूरत हुई तो यहां से बच्चों को जिला अस्पताल रेफर किया जाएगा।