अलीगढ़ में दूधिया रोशनी से जगमगाएंगे शहर से सटे गांव, विस्तार से जानिए योजना
शहर से सटे गांव जल्द ही दूधिया रोशनी जगमगाएंगे। इसके लिए नगर निगम ने कवायद शुरू कर दी है। इन गांवों में स्ट्रीट लाइट लगाने की जिम्मेदारी ईईएसएल को दी है। वार्ड सचिव की देखरेख में गांवों के मुख्य मार्गों पर स्ट्रीट लाइट लगाई जाएंगी।
अलीगढ़, जेएनएन। शहर से सटे गांव जल्द ही दूधिया रोशनी जगमगाएंगे। इसके लिए नगर निगम ने कवायद शुरू कर दी है। इन गांवों में स्ट्रीट लाइट लगाने की जिम्मेदारी ईईएसएल को दी है। वार्ड सचिव की देखरेख में गांवों के मुख्य मार्गों पर स्ट्रीट लाइट लगाई जाएंगी। जिन मार्गों पर पोल नहीं हैं, वहां पोल भी लगेंगे।
एलइडी लाइट लगाने का ठेका ईईएसएल कंपनी पर
वार्ड सचिवों से गांवों का सर्वे कर एलईडी लाइट और पोल की संख्या उपलब्ध कराने को कहा गया है। दीपावली से पहले इन गांवों में स्ट्रीट लाइट लगाने की योजना है। वहीं, सड़क-खड़ंजे को लेकर भी प्रस्ताव मांगे गए हैं।
शहरी क्षेत्र में एलईडी (स्ट्रीट लाइट) लगाने का ठेका ईईएसएल कंपनी पर है। शहर में 19 गांवों शामिल होने के बाद यहां भी स्ट्रीट लाइट लगाई जानी हैं। लेकिन, पर्याप्त मात्रा में एलईडी उपलब्ध न होने पर गांवाें में सुविधा न मिल सकी। नगर निगम से समय पर भुगतान न होने पर ईईएसएल कंपनी ने बीच में एलईडी की आपूर्ति बंद कर दी थी। फिर जो आपूर्ति वो पर्याप्त नहीं थी। शहर में एलईडी पूरी नहीं पड़ पाईं। इसके चलते एशिया का सबसे शिक्षित गांव धौर्रा भी स्ट्रीट लाइट से महरूम रहा। इसके अलावा नगला मंदिर, सराय हरनारायण, एलमपुर, मंजूरगढ़ी आदि गांवों भी सुविधाओं से अछूते हैं। यहां सड़क, सफाई को लेकर भी ग्रामीणों की आए दिन शिकायतें आती हैं। नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह ने इन गांवों में एलईडी लाइट लगाने व सड़क निर्माण के निर्देश दिए हैं। इसकी जिम्मेदारी वार्ड सचिवों को दी गई है। जोनल अधिकारी व निर्माण विभाग की निगरानी में गांव में व्यवस्थाएं सुधारी जाएंगी।