पीड़ितों ने घर बिकाऊ के लगाए बोर्ड

हरदुआगंज थाना क्षेत्र के गांव नगरिया भूड़ में गेहूं चोरी के शक में अनुसूचित जाति के युवक से मारपीट के विरोध में मकान बिकाऊ के बोर्ड लगाए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 01:19 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 01:19 AM (IST)
पीड़ितों ने घर बिकाऊ  के लगाए बोर्ड
पीड़ितों ने घर बिकाऊ के लगाए बोर्ड

संसू, अलीगढ़: हरदुआगंज थाना क्षेत्र के गांव नगरिया भूड़ में गेहूं चोरी के शक में अनुसूचित जाति के रवेंद्र की हत्या के बाद पनपे आक्रोश के बीच पुलिस-प्रशासन से न्याय न मिलने का आरोप लगाते हुए लोगों ने मकान बिकाऊ के बोर्ड लगाकर पलायन की चेतावनी दी है।

बता दें कि जलाली के माजरा नगरिया भूड़ में 21 जुलाई को गांव के राजबहादुर सिंह के घर से गेहूं की बोरी चोरी होने पर अनुसूचित जाति के रवेंद्र कुमार को पीटकर मार डालने का मुकदमा दर्ज किया गया था। वहीं, 22 जून को पोस्टमार्टम के बाद गांव में शव पहुंचने पर नामजदों की गिरफ्तारी व आर्थिक सहायता की मांग को लेकर हंगामा हुआ था। मौके पर पहुंचे एसडीएम कोल, सीओ अतरौली द्वारा 24 घंटे में आर्थिक मदद का आश्वासन दिए जाने के बाद शव का दाहसंस्कार हो सका था। गांव में अब भी पुलिस बल तैनात हैं। वहीं, सोमवार को गांव के लगभग 40 घरों पर मकान बिकाऊ के बोर्ड लगा दिए गए, गांव के प्रवीन सिद्धार्थ का कहना है कि प्रशासन द्वारा आठ दिन बीतने के बाद भी आर्थिक मदद न देने व एक आरोपित की गिरफ्तारी न होने से लोग भयभीत और आहत हैं, उनका कहना है कि मौत के अगले दिन कई नेता आए उसके बाद किसी ने सुध नहीं ली, अब गांव से पलायन के अलावा उनके पास और कोई चारा नहीं बचा है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने में पुलिस ने घुमाया

रवेंद्र के भाई प्रेमकिशोर ने बताया कि उसके भाई की हत्या के मामले को पुलिस दबाने में जुटी है। यहां तक कि उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट तक नहीं दी जा रही है, भाई ने बताया कि सोमवार को वह थाने में पोस्टमार्टम रिपोर्ट की कापी लेने पहुंचा था, जहां कापी न होने का हवाला देकर उसे सीओ आफिस भेज दिया गया। सीओ आफिस से पुन: थाने भेज दिया, हरदुआगंज थाने में घंटों बिठाए रखने के बाद उसे जो रिपोर्ट उन्हें दी गई, वह किसी अन्य महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट थी, पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी लोगों में गुस्सा था।

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