नहीं पकड़े जा सके फायरमैन का चूना लगाने वाले शातिरAligarh News

बन्नादेवी अग्निशमन केंद्र पर तैनात फायरमैन रविंद्र कुमार के बैंक खाते से 40 हजार रुपये उड़ाने व खाते से 4.90 लाख रुपये का फर्जी तरीके से लोन कराने वाले शातिर को अब तक नहीं पकड़ा जा सका है। इसकी तलाश में साइबर सेल की टीम जुटी हुई है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 11:59 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 11:59 AM (IST)
नहीं पकड़े जा सके फायरमैन का चूना लगाने वाले शातिरAligarh News
तलाश में साइबर सेल की टीम जुटी हुई है।

अलीगढ़, जेएनएन। बन्नादेवी अग्निशमन केंद्र पर तैनात फायरमैन रविंद्र कुमार के बैंक खाते से 40 हजार रुपये उड़ाने व खाते से 4.90 लाख रुपये का फर्जी तरीके से लोन कराने वाले शातिर को अब तक नहीं पकड़ा जा सका है। इसकी तलाश में साइबर सेल की टीम जुटी हुई है। मूल रूप से एटा के मारहरा निवासी रविंद्र कुमार बन्नादेवी स्थित अग्निशमन केंद्र पर फायरमैन के रूप में तैनात हैं । रविंद्र कुमार पिछले दिनों अपने बैंक खाते की पासबुक को अपडेट कराने एसबीआइ की मुख्य शाखा घंटाघर पहुंचे थे । यहां पासबुक अपडेट कराने के दौरान उनके खाते से 40 हजार रुपये कट जाने की जानकारी मिली।

रविंद्र कुमार ने बैंक अधिकारियों से मिलकर शिकायत की तो जांच में पता चला कि शातिर ने उनके बैंक खाते से कई बार में रुपयों का ट्रांजेक्शन किया है। जिसमें आनलाइन खरीदारी भी की गई है । एटीएम कार्ड रविंद्र कुमार के पास मौजूद था। जांच-पड़ताल में यह भी पता चला कि खाते में पंजीकृत मोबाइल नंबर को भी शातिर ने बदलकर अपना नंबर डलवा दिया। इतना ही नहीं खाते पर 4.90 लाख रुपये का लोन भी मंजूर कराकर खाते से धनराशि भी निकाल ली। एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि शातिर की धरपकड़ के लिए साइबर सेल की टीम सक्रिय है। इस प्रकरण में बैंक शाखा के कर्मियों की मिलीभगत की भी जांच की जा रही है, क्योंकि बिना बैंक कर्मी की मिलीभगत के बिना एटीएम से रुपये निकालने के साथ मोबाइल नंबर बदलवाने व खाते से लोन मंजूर कराना संभाव नहीं हैं।

लुटेरों के निशाने पर ई-रिक्शा चालक, बेहोश कर देता हैं गैंग वारदात को अंजाम

 अलीगढ़ : शहर में ई-रिक्शा लुटेरा गैंग लंबे समय से सक्रिय है और चालकों को किराए पर बुक कर उन्हें अपना शिकार बना रहा है। पिछले एक माह में चालक को नशीली चीज सुंघाकर बेहोश कर ई-रिक्शा लूट लेने की दो घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पिछले तीन महीने में ही ई-रिक्शा लूट की करीब 15 वारदातें हो चुकी हैं। पुलिस उनमें से किसी भी वारदात का राजफाश नहीं कर सकी है ।

पुलिस दर्ज नहीं करती मुकदमा

ई-रिक्शाें की लूट की घटनाओं में अक्सर पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं करती है । इससे जहरखुरान गिरोह के सदस्य बेखौफ होकर लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।

बीते माह बदमाशों ने बन्नादेवी क्षेत्र के बरौला, संगम विहार के दिनेश कुमार का किराए पर ई रिक्शा ले जाकर उसे बेहोश कर लूट लिया था । चालक बेहोशी की हालत में लोधा क्षेत्र के जिरौली मोड़ पर पड़ा मिला था। बदमाशों ने गांधीपार्क क्षेत्र के नगला मानसिंह निवासी विकास कुमार का ई-रिक्शा, मोबाइल फोन व जेब में रखे 700 रुपये लूट लिए। विकास कमालपुर रोड पर स्वजन को तलाश के दौरान बेहोश मिला।

चालकों की हो चुकी है हत्या

क्वार्सी क्षेत्र में पिछले दो साल में ही करीब आधा दर्जन ई-रिक्शा चालकों को गायब कर उनकी हत्या कर देने के मामले सामने आ चुके हैं। करीब दो साल पहले ऐसे ही एक गिरोह को पकड़ा गया था जो किराए पर ई-रिक्शा ले जाकर चालक की हत्या कर देते थे। तब गिरोह के कब्जे से लूटे गए करीब दो दर्जन ई-रिक्शा बरामद हुए थे।

शहर में ई-रिक्शा चालकों के साथ हो रही लूटपाट घटनाओं में अगर पीड़ित की थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं हो रही है तो वह उनसे सीधे मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराएं। लूटपाट करने वाले गिरोह के बदमाशों को पकड़कर लूट की घटनाओं का राजफाश कराया जाएगा।

- कुलदीप सिंह गुनावत, एसपी सिटी

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