Farmer's school : गोबर की खाद का करें प्रयोग तो जमीन को मिलेगी ताकत Aligarh news
इगलास कृषि रक्षा इकाई द्वारा गांव नगला गोपाल में बुधवार को किसान पाठशाला का आयोजन किया गया जिसमें किसानों को कोरोना काल में कृषि कार्य को करते समय अपनाने वाली सावधानियों सहित अन्य जानकारियां दी गई। किसानों को उन्नत खेती के गुर एवं मृदा परीक्षण की जानकारियां भी दी गईं।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। इगलास कृषि रक्षा इकाई द्वारा गांव नगला गोपाल में बुधवार को किसान पाठशाला का आयोजन किया गया, जिसमें किसानों को कोरोना काल में कृषि कार्य को करते समय अपनाने वाली सावधानियों सहित अन्य जानकारियां दी गई। किसानों को उन्नत खेती के गुर एवं मृदा परीक्षण की जानकारियां भी दी गईं।
किसानों को वैज्ञानिक पद्धति से खेती की दी जानकारी
इकाई प्रभारी बनवारीलाल शर्मा ने किसानों को वैज्ञानिक पद्धति से खेती करने की जानकारी दी। खरीफ की फसल सं संबंधित कीट रोग प्रबंधन, कीट रोग नियंत्रण, एकीकृत नाशी जीव प्रबंधन, उर्वरक एवं जल प्रबंधन, पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट एवं पराली प्रबंधन के संबंध में विस्तार से बताया। कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ लेने की अपील की।
किसानों को फसल बोआई व विपणन तक की दी गयी जानकारी
आयेाजित किसान पाठशाला में उन्हें फसल बीमा व जैविक खेती, किसान सम्मान निधि योजना, बीज ग्राम योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने धान में उर्वरक एवं जल प्रबंधन के बारे में बताया। उद्यान विभाग व पशुपालन विभाग की एकीकृत बागवानी मिशन योजना, मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, संरक्षित खेती, ड्राप मोर क्राप, कुक्कुट पालन, खुरपका तथा मुंहपका रोग नियंत्रण कार्यक्रम निश्शुल्क वितरण योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जैविक खेती के महत्व के बारे में किसानों को विस्तृत जानकारी दी, साथ ही किसानों को फसल बोआई से लेकर फसल के विपणन तक सभी जानकारियों से प्रशिक्षित किया। आयोजित पाठशाला में किसानों को पराली न जलाने व कृषि यंत्रों को अनुदान पर प्राप्त करने के लिए टोकन प्रक्रिया, बीज ग्राम योजना, मिनीकिट वितरण व पीएम किसान योजना के बारे में जानकारी दी।
ऐसे बढ़ाएं पैदावार
उन्होंने कहा कि किसान को जमीन में गोबर की खाद का अधिक से अधिक इस्तेमाल करना चाहिए। इससे जमीन में ताकत बनती है तथा पैदावार भी बढ़ती है। किसानों की आय वृद्धि के लिए बासमती चावल उत्पादन तकनीक, मशरूम उत्पादन, वर्मी कंपोस्ट का व्यावसायिक उत्पादन, कृषक सशक्तिकरण परियोजना को समझाया।