अलीगढ में मरीज की मौत पर गुस्साए स्वजन ने की अस्पताल में तोड़फोड़, डाक्टर से मारपीट

उत्‍तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में मैरिस रोड स्‍थित एक निजी अस्‍पताल में उपचार के दौरान मरीज की मौत हो गई। इससे गुस्‍साए मरीज के तीमारदारों ने हंगामा किया। तीमारदारों का आरोप है कि उपचार के दौरान लापरवाही बरती गई है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 12:44 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 02:11 PM (IST)
अलीगढ में मरीज की मौत पर गुस्साए स्वजन ने की अस्पताल में तोड़फोड़, डाक्टर से मारपीट
अलीगढ में मरीज की मौत पर हंगामा, अस्‍पताल में तोड़फोड़, डाक्‍टर पर लगाए आरोप

अलीगढ़, जागरण संवाददाता।  उत्‍तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में मैरिस रोड स्‍थित एक निजी अस्‍पताल में उपचार के दौरान मरीज की मौत हो गई। इससे गुस्‍साए मरीज के तीमारदारों ने हंगामा किया। तीमारदारों का आरोप है कि उपचार के दौरान लापरवाही बरती गई है।  मरीज की मौत को लेकर गुस्साए स्वजन ने जमकर हंगामा काटा। इतना ही नहीं उन्होंने अस्पताल में तोड़फोड़ करने के साथी डाक्टर से भी मारपीट कर डाली।

थाना सिविल लाइन क्षेत्र के मैरिस रोड स्थित कृष्णा हास्पिटल में सोमवार को मरीज की मौत को लेकर गुस्साए स्वजन ने जमकर हंगामा काटा। इतना ही नहीं उन्होंने अस्पताल में तोड़फोड़ करने के साथी डाक्टर से भी मारपीट कर डाली। किसी तरह पुलिस ने पहुंच कर मामले को शांत किया। थाना जवां क्षेत्र के खुर्द दरियापुर निवासी राजेंद्र सिंह ने बताया कि 11 अक्टूबर को उन्होंने अपने 33 वर्षीय बेटे हरीश कुमार को बुखार आने पर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया था। आरोप है कि डाक्टर ने हरीश को डेंगू घोषित किया था। 14 अक्टूबर को डाक्टर ने यह कहकर छुट्टी कर दी कि मरीज अब ठीक है, घर ले जाओ। घर पहुंचने के अगले ही दिन हरीश की तबीयत बिगड़ गई। आरोप है कि हरीश को वापस अस्पताल लेकर पहुंचे तो डाक्टर और स्टाफ ने इलाज करने से साफ मना कर दिया। वे मरीज को लेकर खुर्जा के कैलाश हास्पिटल में लेकर पहुंचे। जहां डाक्टरों ने हरीश की किडनी और लिवर के खराब होने की बात बताई। देर शाम हरीश की मौत हो गई।

डाक्‍टर के खिलाफ तहरीर

राजेंद्र सिंह का आरोप है कि इसकी शिकायत करने वे सोमवार को अस्पताल आए थे। जहां डाक्टर और स्टाफ ने उनके साथ मारपीट की। उधर अस्पताल के डाक्टर व स्टाफ ने तीमारदारों पर मारपीट और तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है। हंगामे की सूचना पर सिविल लाइन थाना पुलिस पहुंच गई और किसी तरह गुस्साए लोगों को शांत किया। इस मामले में पीड़ित पक्ष ने थाने में डाक्टर और स्टाफ के खिलाफ तहरीर दी है। हरीश एक इंश्योरेंस कंपनी में ब्रांच मैनेजर थे और दो बच्चों के पिता थे। सिविल लाइन इंस्पेक्टर वीपी गिरी ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है। हालांकि मरीज की मौत हो जाने के बाद स्वजन उसका अंतिम संस्कार कर चुके हैं।

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