In Lockdwon भाजपा पार्षद की गिरफ्तारी पर भाजपाईयों का थाने में हंगामा, नोंकझोंक Aligarh News

क्वार्सी क्षेत्र के चंदनिया में मजदूर के साथ सोमवार को हुई मारपीट के प्रकरण में पुलिस भाजपा पार्षद को पकड़कर थाने ले आई। थाने पहुंचे भाजपाईयों ने इसको लेकर जमकर हंगामा काटा।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Wed, 08 Apr 2020 02:38 PM (IST) Updated:Wed, 08 Apr 2020 07:33 PM (IST)
In Lockdwon भाजपा पार्षद की गिरफ्तारी पर भाजपाईयों का थाने में हंगामा, नोंकझोंक Aligarh News
In Lockdwon भाजपा पार्षद की गिरफ्तारी पर भाजपाईयों का थाने में हंगामा, नोंकझोंक Aligarh News

अलीगढ़ [जेएनएन]: क्वार्सी क्षेत्र के चंदनिया में मजदूर के साथ सोमवार को हुई मारपीट के प्रकरण में पुलिस भाजपा पार्षद को पकड़कर थाने ले आई। थाने पहुंचे भाजपाईयों ने इसको लेकर जमकर हंगामा काटा। इस दौरान उनकी इंस्पेक्टर व सीओ से नोंकझोंक हो गई। गुस्साए भाजपाई पार्षद को थाने से ही छुड़ाकर ले गए।

यह है मामला

चंदनियां निवासी मजदूर कन्हैया लाल ने थाने में वार्ड संख्या 27 के भाजपा पार्षद वीरेंद्र सिंह उनके दो बेटों समेत पांच लोगों के खिलाफ मारपीट करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप है कि राशन कम मिलने की शिकायत करने पर पार्षद ने उनके व परिवार के लोगों के साथ मारपीट की। इस प्रकरण की वीडियो भी वायरल हो गई थी। मंगलवार दोपहर क्वार्सी पुलिस भाजपा पार्षद वीरेंद्र सिंह को दुकान से पकड़कर थाने ले गई। यहां मौजूद पार्षद डॉ. मुकेश शर्मा ने विरोध भी किया, लेकिन पुलिस ने उनकी एक न सुनी।

थाने से पार्षद को ले गए भाजपाई

पार्षद को थाने ले आने पर शहर विधायक संजीव राजा, कोल विधायक अनिल पाराशर, पूर्व मेयर शकुंतला भारती, पार्षद डॉ. मुकेश शर्मा, पुष्पेंद्र जादौन, अनिल सेंगर, विजय तोमर आदि भाजपाई थाने आ गए। उन्होंने कहा कि पार्षद एक जनप्रतिनिधि हैं और उनके साथ चोर, लुटेरे जैसा व्यवहार किया वह शोभनीय नहीं है। इसको लेकर भाजपाईयों की इंस्पेक्टर क्वार्सी विनोद कुमार से खूब नोंकझोंक हो गई। हंगामे की खबर पर पहुंचे सीओ सिविल लाइन अनिल समानिया से भी गर्मा गर्मी हो गई। भाजपाईयों का आरोप था कि जब मारपीट हुई थी तो पुलिस ने एक तरफा मुकदमा क्यों दर्ज किया? पार्षद की तरफ से क्यों मुकदमा नहीं लिखा? इस बीच शहर व कोल विधायक ने एसएसपी मुनिराज से इंस्पेक्टर क्वार्सी के अभद्र व्यवहार की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की। इस बीच भाजपाई थाने में बैठे पार्षद वीरेंद्र सिंह को साथ ले गए। इस संबंध में सीओ सिविल लाइन अनिल समानिया ने बताया कि पार्षद को मुकदमे में नामजद होने पर थाना लाया गया था और उनके खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की गई थी। 151 में थाने से छोड़े जाने का प्रावधान नहीं है जिस पर एसीएम द्वितीय को बुलाकर थाने से जमानत पर पार्षद को छोड़ा गया है।

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