UP Board Exam 2021: अब कोचिंग सेंटर की तर्ज पर काम करेंगे माध्यमिक विद्यालय, जानिए कैसे Aligarh News
कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते कई व्यवस्थाओं में परिवर्तन किया जा रहा है। कहीं शादी समारोह में 100 व्यक्तियों के शामिल होने की पाबंदी तो कहीं नाइट कफ्र्यू लगाया जा रहा है। कोरोना काल में सरकारी स्कूलों को बंद करा ही दिया गया है।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते कई व्यवस्थाओं में परिवर्तन किया जा रहा है। कहीं शादी समारोह में 100 व्यक्तियों के शामिल होने की पाबंदी तो कहीं नाइट कफ्र्यू लगाया जा रहा है। कोरोना काल में सरकारी स्कूलों को बंद करा ही दिया गया है। अब नौंवीं से 12वीं तक के इंटर कालेजों के विद्यार्थियों का अवकाश करने की संभावना भी है। मई में यूपी बोर्ड परीक्षाएं भी होनी हैं। ऐसे में माध्यमिक विद्यालयों ने कोचिंग सेंटर्स की तर्ज पर परीक्षाओं की तैयारी कराने की ओर कदम बढ़ाया है। इसके लिए कोंचिंग सेंटर संचालकों से भी सहयोग लिया जाएगा। परीक्षा के लिए विद्यार्थियों की बेहतर तैयारी कराने के लिए ये कदम अफसरों के स्तर से उठाया जा रहा है। हर प्रधानाचार्य को इस संबंध में जानकारी कराई जा रही है। शुरुआती चरण में मुख्य विषयों की तैयारी की योजना बनाई गई है।
70 फीसद कम किए गए कोर्स
हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं की परीक्षा की तैयारी के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग नहीं बल्कि जिलास्तर पर अफसरों की ओर से व्यवस्था की गई है। जिले में माध्यमिक शिक्षा विभाग से संबद्ध 94 एडेड, 35 राजकीय व करीब 625 वित्तविहीन कालेज हैं। इनके प्रधानाचार्य विद्यार्थियों के लिए माक टेस्ट तैयार करने की व्यवस्था करेंगे। 70 फीसद कम किए गए कोर्स के आधार पर प्रश्नों को चुनकर संबंधित विषय के शिक्षक माक टेस्ट सीरीज तैयार कर विद्यार्थियों को देंगे। विद्यार्थी उनको आनलाइन माध्यम से ही हल करेंगे। उसमें कितने नंबर आते हैं? इसके आधार पर विद्यार्थियों को अपनी तैयारी का आकलन हो जाएगा। अभी कोचिंग सेंटर संचालक अपने विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने के लिए माक टेस्ट कराते हैं। माक टेस्ट व टेस्ट सीरीज तैयार करने के लिए जिले के कुछ चुनिंदा कोचिंग संचालकों से भी मदद ली जाएगी।
परीक्षार्थियों का तनाव भी कम होगा
विनीत कोचिंग एंड गाइडेंस सेंटर के निदेशक विनीत शर्मा ने बताया कि अफसरों व नौरंगीलाल राजकीय इंटर कालेेज के प्रधानाचार्य शीलेंद्र यादव से इस संबंध में चर्चा हुई थी। उनको अवगत कराया था कि माक टेस्ट के जरिए विद्यार्थियों को अपना मूल्यांकन बेहतर ढंग से करने का मौका भी मिलेगा और प्रश्नों की तैयारी भी बेहतर ढंग से हो जाएगी। साथ ही समय पर प्रश्नपत्र हल करने में भी मदद मिलेगी। इस पर अफसरों ने छात्र हित में विद्यार्थियों के लिए माक टेस्ट के जरिए तैयारी कराने की योजना बनाई है। डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि माक टेस्ट या टेस्टी सीरीज आदि के जरिए जैसे भी विद्यार्थियों की तैयारी कराई जा सके, वो कदम उठाने के लिए प्रधानाचार्यों व शिक्षकों को निर्देशित किया है। इससे परीक्षार्थियों का तनाव भी कम होगा और वे घर पर ही रहकर बेहतर तैयारी कर सकेंगे।