UP Assembly Elections 2022 : गठबंधन की चर्चा के साथ दिल्ली दौड़े दावेदार
वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए सपा व रालोद के बीच गठबंधन की सीटों को लेकर बनी सहमति बन चुकी है। रालोद के खाते में 36 सीटों को लेकर जब तस्वीर साफ हुई तो सियासी गलियारों में चर्चाएं भी जोर पकड़ने लगी।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए सपा व रालोद के बीच गठबंधन की सीटों को लेकर बनी सहमति बन चुकी है। रालोद के खाते में 36 सीटों को लेकर जब तस्वीर साफ हुई, तो सियासी गलियारों में चर्चाएं भी जोर पकड़ने लगी। जिले में रालोद इगलास व खैर (सुरक्षित) विधानसभा सीट पर मजबूत दावेदारी करेगा। बरौली में भी इस दल की मजबूत पकड़ रही है। इसे भी अपने खातें में लाने के लिए कार्यकर्ता कसरत कर रहे हैं। बुधवार को इन तीनों विधानसभा सीटों के दावेदारों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी से संपर्क साधा। कई दावेदार तो दिल्ली तक दौड़े। जिलाध्यक्ष चौ. कालीचरन सिंह से सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत भी की गई। तय हुआ है, इन तीनों विधानसभाओं पर पहले सपा के समक्ष मजबूत दावेदारी की जाएगी। इसके बाद प्रत्याशियों के चयन के लिए पैनल तैयार किया जाएगा।
रालोद भी हुआ सक्रिय
वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में रालोद अपने बूते में मैदान में उतरा था। प्रत्याशी चयन में रालोद संस्थापक चौ. अजित सिंह के साथ पूर्व सांसद जयंत चौधरी की अहम भूमिका रही थी। विधायक ठा. दलवीर सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद रालोद को तंगड़ा झटका लगा था। प्रत्याशी चयन के समय इगलास से विधायक त्रिलोकीराम दिवाकर की टिकट काटकर यहां से सुलेखा चौधरी को टिकट दिया गया। जाट समाज की बहू व अनुसूचित जाति से आई सुलेखा चौधरी दांव सफल नहीं हुआ। इस चुनाव के बाद त्रिलोकीराम दिवाकर कांग्रेस में चले गए। इसके बाद फिर वापस आए। खैर से तत्कालीन विधायक भगवती प्रसाद सूर्यवंशी की टिकट काट कर इसी समाज ओमपाल सूर्यवंशी को टिकट दिया गया। शहर विधानसभा से लव बंसल, बरौली नीरज शर्मा व छर्रा से मनोज यादव ने रालोद से चुनाव लड़ा। जिलाध्यक्ष चौ. कालीचरन सिंह ने कहा कि सुबह से उनके पास तमाम दावेदारों ने संपर्क किया है। जब तक जयंत चौधरी सीटों की अधिकृत घोषणा नहीं करेंगे, किसी दावेदार को आश्वासन नहीं दिया जाएगा। जल्द ही तीनों सीटों की दावेदारी हम करेंगे।