अलीगढ़ में डेंगू के दो और रोगी मिले, 57 जगह मिला लार्वा, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग सतर्क Aligarh news

जिले में डेंगू के डंक का प्रकोप थम नहीं रहा। रोजाना नए मरीज सामने आ रहे हैं। रविवार को दो मरीज सामने आए। मलेरिया विभाग की टीमों ने प्रभावित क्षेत्रों में जाकर जांच की तो 57 स्थानों पर डेंगू का लार्वा मिला।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 03:45 PM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 03:45 PM (IST)
अलीगढ़ में डेंगू के दो और रोगी मिले, 57 जगह मिला लार्वा, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग सतर्क Aligarh news
जिले में डेंगू के डंक का प्रकोप थम नहीं रहा।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। जिले में डेंगू के डंक का प्रकोप थम नहीं रहा। रोजाना नए मरीज सामने आ रहे हैं। रविवार को दो मरीज सामने आए। मलेरिया विभाग की टीमों ने प्रभावित क्षेत्रों में जाकर जांच की तो 57 स्थानों पर डेंगू का लार्वा मिला। सभी जगह लार्वा रोधी दवा पायरेथ्रम का छिड़काव फागिंग की गई।

ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में 13 टीमों ने की कार्रवाई

जिला मलेरिया अधिकारी डा. राहुल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि नगरीय क्षेत्र में आठ व ग्रामीण क्षेत्रों में 13 टीमों ने मच्छररोधी कार्रवाई की। ज्ञान सरोवर व मेलरोज बाईपास में नए मरीज पाए। प्रयाग मिल, पीएसी बटालियन, कृष्ण विहार, पला होली चौक, हाथी डूबा व जमालपुर में मच्छरों के प्रकोप की सूचनाएं मिलीं। टीमों ने 1012 घरों का भ्रमण किया गया। 687 कूलर, 1425 कंटेनर व अन्य पात्रों को चेक किया गया। टीमों ने अपनी उपस्थिति में खाली करा दिया गया। पिछले वर्ष डेंगू धनात्मक रोगियों के क्षेत्र में भी कार्रवाई की गई। दवा का छिड़काव करते हुए जन जागरूकता अभियान चलाया गया। लोगों को क्या करें क्या ना करें, की पंफलेट भी वितरित किए गए। लोगों से अपने आसपास पानी इकट्ठा ना होने देने, इकट्ठे पानी में जला हुआ मोबिल आयल डालने, मच्छरदानी में सोने, कूड़े-कचरे का निस्तारण करने की अपील की।दूसरी तरफ, बुखार के 86 रोगियों की रक्त पट्टिका भी बनाई गई। सहायक मलेरिया अधिकारी राजेश गुप्ता, मोनू, उमा रानी मौजूद रहे।

हाथरस में बुखार से एक बच्‍ची की मौत, 12 लोग पीड़ित

हाथरस। बुखार और डेंगू का प्रकोप लगातार जिले में बढ़ता जा रहा है। रविवार देर रात को हसायन के गांव बोनई में 12 वर्षीय बच्ची की बुखार के चलते मौत हो गई। वहीं मुरसान, पुरदिलनगर और कुरसंडा में बुखार से 12 लोग बुखार से पीड़ित हैं। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने तीनों स्थानों पर जाकर शिविर लगाकर दवाई वितरित की।

बुखार के साथ पेट दर्द की थी शिकायत

हसायन विकासखंड के गांव बोनई निवासी 12 वर्षीय रेशू के पिता छत्रपाल ने बताया कि उनकी बेटी को पिछले तीन चार दिनों से बुखार आ रहा था, इस दौरान स्‍थानीय डाक्‍टर से दवा चल रही थी। रविवार की रात हालत बिगड़ने पर उसे हाथरस ले जाते समय उसकी मौत हो गयी। सीएचसी प्रभारी महो पवन कुमार ने बताया कि बच्‍चे की मौत की जानकारी मिली है उसको पेट दर्द की शिकायत थी, बुखार से मौत नहीं हुयी है। 

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