पार्कों में ही बना दिए ट्यूबवेल, खेलने को नहीं प्रर्याप्त स्थान Aliagrh News
पार्क इसीलिए बनाए जाते हैं कि शुद्ध हवा मिल सके। लोग वहां सुबह-शाम टहलते हैं बच्चों के खेलने का उचित और सुरक्षित स्थान पार्क ही होते हैं। इन पार्कों के सुंदरीकरण के लिए सरकार ने भी संबंधित विभागों को छूट दे रखी है।
अलीगढ़, जेएनएन। पार्क इसीलिए बनाए जाते हैं कि शुद्ध हवा मिल सके। लोग वहां सुबह-शाम टहलते हैं, बच्चों के खेलने का उचित और सुरक्षित स्थान पार्क ही होते हैं। इन पार्कों के सुंदरीकरण के लिए सरकार ने भी संबंधित विभागों को छूट दे रखी है। इन पार्कों की देखरेख के नाम पर हर साल करोड़ों का बजट पास होता है। लेकिन, पार्कों के हालात देखकर लगता नहीं कि ये बजट पार्कों पर खर्च होता है। अगर ऐसा होता तो पार्क सिमटने के वजाय विकसित होते। शहर के ज्यादातर पार्कों में ट्यूबवेल बना दिए गए हैं। कई पार्कों में ट्यूबवेल पार्क के बीच में बने हैं। न बच्चे खेल सकते, न बुजुर्ग ही सुकून से बैठ सकते हैं।
आरके पुरम, आवास विकास कालोनी
सासनीगेट क्षेत्र में आरके पुरम, आवास विकास कालोनी, एडीए कालोनी में ऐसे कई पार्क हैं, जहां बच्चों के खेलने-कूदने का प्रर्याप्त स्थान नहीं बचा। किसी पार्क में ट्यूबवेल बना दिया है तो किसी पार्क में स्टोर बना दिया है। जिन पार्कों में ओपन जिम खोले गए थे, वे देखरेख के अभाव में बदहाल पड़े हैं। स्वर्णजयंती नगर स्थित एक पार्क में तो लोगों ने दरवाजे निकाल रखे हैं। इस पर भी नगर निगम और एडीए ने कोई कार्रवाई नहीं की। पार्कों की साफ-सफाई के लिए तैनात कर्मचारियों की उपस्थिति कागजों पर ही लगती है। पार्कों में सफाई करते कर्मचारी कभी नजर नहीं आते। पौधारोजण भी इन पार्कों में तभी होता है, जब कोई अभियान चले। पौधों को पानी देने की व्यवस्था भी कई पार्कों में नहीं है। एडीए कालाेनी स्थित पार्क की बाउंड्री टूटे हुए महीनों बीच गए, लेकिन इसे ठीक नहीं कराया जा सका। नगर आयुक्त प्रेम रंजन सिंह का कहना है कि ऐसे पार्कों का निरीक्षण कराकर व्यवस्थाएं दुरुस्त कराएंगे।