बिना मास्क सफर : अलीगढ़ में ये लापरवाही कहीं न पड़ जाए भारी

कोरोना संक्रमण का प्रकोप अब फिर से बढ़ने लगा है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही भी खासी भारी पड़ सकती है। शहर से ट्रेन व रोडवेज बसों के जरिए सफर करने वाले यात्री कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 11:10 AM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 11:10 AM (IST)
बिना मास्क सफर :  अलीगढ़ में ये लापरवाही कहीं न पड़ जाए भारी
कोरोना संक्रमण का प्रकोप अब फिर से बढ़ने लगा है।

अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना संक्रमण का प्रकोप अब फिर से बढ़ने लगा है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही भी खासी भारी पड़ सकती है। शहर से ट्रेन व रोडवेज बसों के जरिए सफर करने वाले यात्री कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। इससे कोरोना का प्रसार बढ़ने की संभावना जतायी जा रही है। इस ओर संबंधित अफसर भी लापरवाह बने हुए हैं। यही लापरवाही आमजन को खतरे में डालने का काम भी कर रही है। शहर में पिछले कई दिनों से कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। फिर भी इसके प्रति न यात्री सावधानी बरत रहे हैं न ही जिम्मेदार अफसर ही कोई ध्यान दे रहे हैं। 

 

रेलवे स्टेशन 

कोरोना संक्रमण को लेकर रेलवे वैसे तो काफी संजीदा है। यहां से सफर करने वाले यात्रियों को बिना मास्क स्टेशन पर आने की अनुमति नहीं हैं। पहले सख्ती होने पर यात्री इसका पालन कर रहे थे। अब ढिलाई होने से उनके स्तर से लापरवाही बरती जा रही है। न सैनिटाइजर की कोई व्यवस्था है और न ही थर्मल स्क्रीनिंग की। यात्री मनचाहे तरीके से ट्रेनों में सफर करने को आ- जा रहे हैं। हालांकि स्टेशन पर पहले की तरह एक गेट से एंट्री हो रही है तो दूसरे गेट से यात्रियों को बाहर निकाला जा रहा है। रेलवे अफसरों का कहना है कि यात्रियों को कोविड -19 के नियमों के पालन को सचेत किया जा रहा है। ऐसा न करने वालों को बिना मास्क प्लेटफार्म पर नहीं जाने दिया जा रहा है। 

रोडवेज बस स्टैंड 

कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही रोडवेज ने इससे निपटने के उपाय शुरू तो कर दिए हैं, लेकिन यात्रियों की संख्या के दबाव में सारे उपाय नाकाफी सिद्व हो रहे हैं। गांधीपार्क बस स्टैंड पर कोविड-19 हेल्प डेस्क बनी हुई है। फिर भी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग व बिना मास्क रहने पर रोकने व टोकने वाला कोई भी नहीं है। बस स्टाफ भी बिना मास्क ही ड्यूटी कर रहा है। आरएम रोडवेज मोहम्मद परवेज का कहना है कि हरेक 200 किलोमीटर के सफर पर बसों की साफ -सफाई के साथ सैनिटाइज किया जा रहा है। कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए बस स्टाफ को यात्रियों को जागरुक करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बस स्टाफ को भी मास्क लगाकर सैनिटाइजर का प्रयोग करने को निर्देशित किया गया है। अारएम ने बताया कि मुख्यालय स्तर पर हुई बैठक में कोरोना को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।

chat bot
आपका साथी