सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध में उतरे व्यापारी, विधायक के सामने रखीं मांगे Aligarh News

रविवार को व्यापारियों ने उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों का विरोध किया और क्षेत्रीय विधायकों के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा है।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 09:40 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 03:38 PM (IST)
सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध में उतरे व्यापारी, विधायक के सामने रखीं मांगे Aligarh News
सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध में उतरे व्यापारी, विधायक के सामने रखीं मांगे Aligarh News

अलीगढ़ [जेएनएन] : उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के आह्वान पर प्रदेश में लागू 2.50 रुपया मंडी शुल्क के विरोध का सिलसिला जारी है। रविवार को व्यापारियों ने उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों का विरोध किया और क्षेत्रीय विधायकों के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा है। 

विधायक के सामने रखीं समस्याएं

जिलाध्यक्ष भूपेंद्र वाष्र्णेय के नेतृत्व में व्यापार मंडल का एक प्रतिनिधि मंडल सुरेंद्र नगर स्थित आवास पर कोल विधायक अनिल पाराशर से मिला। दूसरा प्रतिनिधि मंडल शहर विधायक संजीव राजा से मिला। विधायकों को  सीएम के नाम ज्ञापन सौंपे गए हैं। इनसे गल्ले पर लगने वाली मंडी शुल्क समाप्त करने की मांग की गई। व्यापार मंडल के प्रदेश मंत्री अनिल सेंचुरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मंडी शुल्क 25 पैसे से लेकर 50 पैसे प्रति 100 रुपया थी, जिसे कुल गल्ला की कीमत पर  2.50 फीसद वसूला जा रहा है। पड़ोसी राज्य विहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान सहित अन्य राज्यों में मंडी गल्ले पर मंडी शुल्क नहीं लिया जा रहा। कुछ में एक फीसद तक लिया जा रहा है। 

एक देश, एक टैक्स

जिलाध्यक्ष भूपेंद्र वाष्र्णेय ने कहा कि एक देश, एक टैक्स का पीएम ने एलान किया है। फिर मंडी शुल्क के सभी प्रावधानों को समाप्त क्यों नहीं किया जा रहा। यह भ्रष्टाचार का पर्याय बना हुआ है। इस मौके पर प्रांतीय संगठन मंत्री सुरेश पेठा, विजय गुप्ता, हरी बाबू, मोहम्मद इनाम आदि मौजूद थे। 

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