अलीगढ़ व हाथरस में लूट करने वाले गैंग के तीन बदमाश दबोचे
तीनों से छह बाइक छह मोबाइल तीन तमंचे व साढ़े 12 हजार रुपये मिले हैं। शातिरों ने अलीगढ़ व हाथरस में की गईं आठ घटनाओं को कबूला है।
जासं, अलीगढ़ : लोगों को निशाना बनाकर मोबाइल व बाइक लूटने वाले गिरोह के तीन शातिर सोमवार रात खैर पुलिस के हत्थे चढ़ गए। तीनों से छह बाइक, छह मोबाइल, तीन तमंचे व साढ़े 12 हजार रुपये मिले हैं। शातिरों ने अलीगढ़ व हाथरस में की गईं आठ घटनाओं को कबूला है।
सीओ खैर शिवप्रताप सिंह ने बताया कि सोमवार रात खैर थाना प्रभारी प्रवेश कुमार ने सर्विलांस टीम की मदद से वाजिदपुर नहर पुलिया के पास दो बाइकों पर जा रहे तीन लोगों को दबोच लिया। इन्होंने अपने नाम विजेंद्र सिंह निवासी जाउ इनायतपुर रति का नगला थाना हसायन (हाथरस) हाल पता बघेल नगर, टीटू उर्फ सोनू निवासी वेदपुरा थाना पहासू (बुलंदशहर) व कोमल निवासी ग्राम काका थाना इगलास बताए। कालीचरन उर्फ काली निवासी याकूत नगर फरार हो गया।
आठ घटनाएं कबूलीं : पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि 26 मार्च को खैर क्षेत्र के वाजिदपुर पुल के पास से दो लोगों से बाइक, रुपये, एटीएम कार्ड व कागजात लूटे थे। 11 मार्च को विजयगढ़ क्षेत्र में दंपती से मोबाइल व रुपये लूटे थे। 20 मार्च को सिकंदराराऊ क्षेत्र के एक युवक से मोबाइल व 32 हजार रुपये लूटे थे। 23 मार्च को अकराबाद से मोबाइल व रुपये लूटे थे। 12 मार्च को जवां क्षेत्र से युवक से बाइक व नकदी लूटी थी। 25 मार्च को सासनी क्षेत्र से बाइक चोरी की थी, जिसे खैर क्षेत्र में लूट करने के बाद लावारिस छोड़ दिया था। मार्च में ही इगलास में बाइक व टप्पल में महिला से नकदी लूटी थी।
जेल में हुई थी मुलाकात : जेल में कोमल की मुलाकात कालीचरन से हुई। कालीचरन की टीटू से गांव की रिश्तेदारी है। इसके जरिये टीटू भी कोमल के संपर्क में आ गया। विजेंद्र कोमल का साला है। जेल से बाहर आने के बाद चारों की मुलाकात कालीचरन के घर पर हुई। यहीं से गिरोह बनाकर लूटपाट शुरू की।
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बुलंदशहर से मुल्जिम
को छुड़ा ले गया था टीटू
टीटू 2016 में बुलंदशहर कचहरी से एक मुल्जिम को छुड़ाकर ले गया था। टीटू के खिलाफ 10 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। 2013 में वह लूट करता था। जेल से आने के बाद मजदूरी करने लगा। टीटू ने बताया कि मजदूरी में मेहनत लगती थी, इसलिए फिर से लूट करने की सोची। जेल में कोमल से मुलाकात हुई, फिर कालीचरन से संपर्क हुआ। दो महीने पहले ही तीनों जेल से छूटे हैं। बाहर आते ही लूट-चोरी करने लगे। तीनों तमंचा दिखाकर बाइक, चेन, मोबाइल व रुपये लूटते थे।
इगलास थाने का टाप
10 अपराधी है कोमल
कोमल के खिलाफ लूट व जानलेवा हमले के 15 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। कोमल इगलास थाने का टाप 10 अपराधी है। केहरी के खिलाफ भी लूट के 10 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। लूटपाट के बाद नशा करते थे।