अलीगढ़ में क्रेडिट कार्ड को हैक करके रुपये उड़ाने वाले गिरोह के तीन दबोचे

सिविल लाइन पुलिस ने साइबर सेल के साथ मिलकर ठगी करने वाले बिहार के गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने तीन लोग गिरफ्तार किए हैं। इनका सरगना अभी फरार है। गिरोह के सदस्य लोगों के क्रेडिट कार्ड को हैक करके रुपये उड़ा देते थे।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 05:51 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 05:51 PM (IST)
अलीगढ़ में क्रेडिट कार्ड को हैक करके रुपये उड़ाने वाले गिरोह के तीन दबोचे
गिरोह के सदस्य लोगों के क्रेडिट कार्ड को हैक करके रुपये उड़ा देते थे।

अलीगढ़, जेएनएन। सिविल लाइन पुलिस ने साइबर सेल के साथ मिलकर ठगी करने वाले बिहार के गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने तीन लोग गिरफ्तार किए हैं। इनका सरगना अभी फरार है। गिरोह के सदस्य लोगों के क्रेडिट कार्ड को हैक करके रुपये उड़ा देते थे। रकम कटने के बाद पीड़ित को ठगी के बारे में पता चलता था।

ऐसे पकड़े बदमाश

दिल्ली के जगदंबा कालोनी जौहरीपुर निवासी विपिन भारती 20 जून को अलीगढ़ के सिविल लाइन क्षेत्र स्थित अपने एक परिचित के घर आए थे। यहां उनके मोबाइल पर क्रेडिट कार्ड से 42 हजार 240 रुपये कटने का मैसेज आया तो होश उड़ गए। विपिन ने सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज कराया। इंस्पेक्टर नईम अहमद व साइबर सेल के प्रभारी राकेश कुमार ने जांच शुरू की तो उन खातों को ट्रेस कर लिया गया, जिनमें रकम ट्रांसफर हुई थी। इसमें बिहार के मधुबनी के थाना लखनौर के ग्राम कछुवी निवासी बिजाली झा हाल निवासी हरियाणा के गुरुग्राम के थाना खानसा के अनाजमंडी, बिहार के मधुबनी के रहिका निवासी मंजय कुमार झा व मधुबनी के ही थाना रहिका के सतलखा नवासी दिनेश कुमार का नाम सामने आया। पुलिस ने तीनों सोमवार रात तीनों को जमालपुर पुल के पास से दबोच लिया। इनके पास से तीन मोबाइल व चार एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं।

सरगना फरार, एकाउंट का करता था इस्तेमाल

पुलिस के मुताबिक, गिरोह का सरगना बिहार के मधुबनी का रहने वाला मंजीत है। मंजीत पहले दिल्ली में ही नौकरी करता था, जहां क्रेडिट कार्ड बनवाने का काम होता है। ऐसे में उसके पास कई लोगों की डिटेल है। लाकडाउन में दिल्ली से नौकरी छूटने के बाद मंजीत बिहार चला गया और पकड़े गए तीनों लोगों को कमीशन के लालच में अपने गिरोह में जोड़ लिया। ठगी की रकम को ट्रांसफर करने के लिए इन्हीं तीनों के खातों का इस्तेमाल किया जाता था। फिलहाल मंजीत फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।

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