1.61 करोड़ से बुझेगी तीन गांव की प्यास, हसायन के गांव जूझ रहे खारे पानी की समस्या से
जिले के हसायन ब्लॉक की ग्राम पंचायत महासिंघपुर समेत तीन गांव के लिए 1.61 करोड़ की योजना सरकार ने मंजूर कर ली है। इसके अब टेंडर भी हो चुके हैं। सोमवार से काम भी शुरू होने की संभावना जताई जा रही है।
हाथरस, जेएनएन : जिले के हसायन ब्लॉक की ग्राम पंचायत महासिंघपुर समेत तीन गांव के लिए 1.61 करोड़ की योजना सरकार ने मंजूर कर ली है। इसके अब टेंडर भी हो चुके हैं। सोमवार से काम भी शुरू होने की संभावना जताई जा रही है।
ये भी जानें
जिले में हसायन ब्लॉक के कई गांव खारे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। यहां लोगों को कई किलोमीटर दूर से मीठा पानी लाना पड़ता है। गांव नगला मया, महासिंघपुर व अन्य गांवों के लोग करीब दो वर्ष से पीने के पानी के लिए आंदोलन कर रहे हैं। जिला प्रशासन तब गांवों में मीठे पानी के लिए दो बार शासन को एस्टीमेट बनाकर भी भेज चुका था। मगर लंबे आंदोलन के बाद मंजूरी अब आकर मिली है।
छोड़ दिया था अन्न ग्रहण
27 जून 2019 को नगला मया के चंद्रपाल सिंह का परिवार ने इस समस्या को लेकर अन्न ग्रहण करना छोड़ दिया था। चंद्रपाल ने मुख्यमंत्री कार्यालय में फोन कर मिलने का समय मांगा तो वहां से संतोषजनक जवाब नहीं मिला था। इसके बाद 10 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सूचित किया था लेकिन वहां से भी कोई सहूलियत नहीं मिली। मगर चंद्रपाल हर तरफ से हार गए तो उन्होंने परिवार के साथ अन्न ग्रहण करना छोड़कर प्रशासन में खलबली मचा दी थी। चंद्रपाल का वीडियो वायरल होने से अधिकारियों में खलबली मच गई। तब सुबह-सुबह एसडीएम गांव में पहुंचे थे एसडीएम ने चंद्रपाल से वार्ता की और उसे समझाने का प्रयास किया। एसडीएम उसे डीएम से वार्ता कराने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय लेकर पहुंचे थे। डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने बताया था कि जिला प्रशासन गांव में पानी के लिए अपनी तरफ से पूरी पहल कर रहा है। पांच गांवों में ओवरहेड टैंक बनाने के लिए 2.19 करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। पिछले साल भेजे गए प्रस्ताव को अब मंजूर कर लिया गया है।
सूरतेहाल
दरअसल हसायन ब्लाक के कई गांव में पीने लायक पानी की मांग को लेकर हसायन ब्लॉक के नगला मया, राजनगर और महासिंघपुर गांवों के लोगों को दूर से पानी अभी भी लाना पड़ता है। मगर अब उनकी मेहनत रंग लाई और तीन गांव में खारे पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए भेजी गई योजना को मंजूर कर लिया गया है। उम्मीद की जा रही है कि अगले साल मार्च तक लोगों को शुद्ध पेयजल मिलने लगेगा।
इनका कहना है
हसायन ब्लाक के तीन गांव में खारे पानी की समस्या का समाधान करने के लिए 1,61 करोड़ रुपये की मंजूरी मिलने के साथ ही टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। संभवत: आगरा की एक कंपनी सोमवार से गांव में काम शुरू कर देगी।
आरके शर्मा, एक्सइएन जल निगम हाथरस।