अलीगढ़ में बारिश के साथ चली हवा ने कराया ठंडक का एहसास

आसमान पर दिनभर छाए रहे बादल रुक-रुककर बूंदाबांदी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 08:45 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 08:45 PM (IST)
अलीगढ़ में बारिश के साथ चली हवा ने कराया ठंडक का एहसास
अलीगढ़ में बारिश के साथ चली हवा ने कराया ठंडक का एहसास

जासं, अलीगढ़ : मौसम का मिजाज गुरुवार को बदला-बदला सा रहा। भोर होते ही आसमान में बादल छा गए। हल्की बूंदाबांदी हुई। दोपहर के वक्त कुछ देर लिए धूप निकली थी। फिर तेज हवा के साथ हुई रिमझिम बारिश ने मौसम में ठंडक ला दी। बारिश होने से किसान खुश थे, लेकिन तेज हवाओं ने चिता बढ़ा दी। धान और दलहन की फसलें खेत में खड़ी हुई हैं। तेज हवाएं फसलों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। फिलहाल फसलों में नुकसान की कहीं से कोई खबर नहीं है। वैसे भी अब बारिश के मौसम का अंतिम समय चल रहा है। अब ज्यादा तेज बारिश के आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं। ऐसे ही बूंदाबांदी के साथ किसी दिन बारिश विदा हो जाएगी।

मौसम सुबह से ही सुहाना बना रहा। सात बजे से बूंदाबांदी शुरू हो गई थी। घंटेभर ऐसा ही मौसम रहा। 10 बजे के बाद तेज बारिश शुरू हो गई। आधा घंटे बाद बारिश थमी तो हवा चलने लगी। आसमान में बादल ऐसे घुमड़ रहे थे, मानो मूसलाधार बारिश होगी। मगर ऐसा हुआ नहीं। रुक-रुककर शाम तक बूंदाबांदी हुई। मौसम में ठंडक होने से लोगों ने एसी, कूलर बंद कर दिए। छत, बालकानी में आकर लोगों ने मौसम का आनंद लिया। पार्कों में भी चहल कदमी बढ़ गई। किसान भी बारिश होने से खुश थे। अब धान के लिए कुछ समय तक सिचाई की आवश्यकता नहीं रहेगी। मिट्टी में नमी बनी हुई है। तेज हवाओं को लेकर किसान आशंकित हैं। कृषि अधिकारी रागिब अली बताते हैं कि रिमझिम बारिश धान के लिए जरूरी है। 20-25 दिन में धान व दलहन की फसल पक जाएगी। ऐसे में तेज हवा चलने से नुकसान हो सकता है। फिलहाल नुकसान की कोई सूचना नहीं है। अगर कहीं नुकसान होता है तो प्रशासन उसका सर्वे कराएगा। सर्वे के आधार पर नुकसान से प्रभावित किसानों को मुआवजा देगा।

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