जंगली जानवर के आतंक से भयभीत ग्रामीण कर रहे रतजगा, अधिकारी बने अनजान Aligarh news

जवां कस्बे में जंगली जानवर लगातार पालतू मवेशियों को निशाना बना रहे हैं। इसके चलते स्‍थानीय लोग रात में चैन से सो नहीं पा रहे हैं। उन्‍हें घेर में बंधे मवेशियों की चिंता हर वक्‍त सताती रहती है। लोगों का मानना है कि यह तेंदुआ ही हो सकता है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 12:34 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 12:34 PM (IST)
जंगली जानवर के आतंक से भयभीत ग्रामीण कर रहे रतजगा, अधिकारी बने अनजान  Aligarh news
जवां कस्बे में जंगली जानवर लगातार पालतू मवेशियों को निशाना बना रहे हैं।

अलीगढ़, जेएनएन : जवां कस्बे में जंगली जानवर लगातार पालतू मवेशियों को निशाना बना रहे हैं। इसके चलते स्‍थानीय लोग रात में चैन से सो नहीं पा रहे हैं। उन्‍हें घेर में बंधे मवेशियों की चिंता हर वक्‍त सताती रहती है।लोगों का मानना है कि यह जानवर कोई और नहीं तेंदुआ ही हो सकता है। गुरुवार की रात को अज्ञात जंगली जानवर ने स्थानीय निवासी रिंकू अहेरिया व मोहनलाल की एक एक बकरी को अपना निवाला बना लिया था।

रतजगा कर रहे ग्रामीण

मामले की जानकारी दोनों युवकों को शुक्रवार की सुबह उस समय हुई थी जब वे अपने पशुओं को चारा डालने शुक्रवार की सुबह अपने घेर पर पहुंचे थे। मृत दोनों बकरियों को तो लोगों ने बंबा में बहा दिया था, लेकिन जानवर के भय से लोग पहरा देते रहे कि शनिवार की रात को जंगली जानवर ने एक बार फिर से स्थानीय युवक संजय शर्मा पुत्र अशोक कुमार के घेर में घुसकर उसकी पड़िया पर हमला बोल दिया। पशुओं द्वारा चीखने चिल्लाने पर तुरंत ही संजय की आंख खुल गई एवं उसने शोर मचा दिया जिस पर जानवर पड़ियां का शिकार तो नहीं कर सका लेकिन उसके एक कान को खा गया एवं उसके पेट व पूछ को घायल कर भाग निकला।

अधिकारियोंं ने किया अनसुना   

सोमवार की रात को एक बार फिर से जंगली जानवर ने रिंकू के भाई सोनू के बछड़े को रात करीब 11:00 बजे दबोच लिया। जानवरों द्वारा चीखने चिल्लाने पर तुरंत परिवार के लोगों ने शोर मचा दिया। जिस पर जानवर बछड़े का बिना शिकार किए ही भाग गया, केवल उसका एक कान घायल कर दिया व उसके पीछे पंजे मार दिए। इस दौरान रात में ही सैकड़ों लोगों ने उसे आसपास खेतों में तलाश किया, लेकिन उसका पता नहीं लग सका। इधर मामले की सूचना वन विभाग के अधिकारियों को देने के बावजूद भी विभाग के अधिकारी इस मामले में उदासीन बने हुए हैं। जब मंगलवार को इस विषय में वन क्षेत्राधिकारी अरविंद कुमार से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि फिलहाल वे तहसील दिवस में हैं अपने किसी वन दारोगा को मौके पर जांच के लिए भेजेंगे। अगर जानवर का आतंक नहीं रुका तो इसके लिए पिंजरा लगाया जाएगा।

जानवर के भय से रात भर पहरा लगा रहे है लोग

जंगली जानवर के भय से ग्रामीण सो भी नहीं पा रहे हैं एवं अपने पशुओं की रखवाली के लिए रात रात भर पहरा लगा रहे हैं। लोगों को वन विभाग के अधिकारियों की उपेक्षा के चलते उनके प्रति उनमें आक्रोश व्याप्त है।

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