शहर जैसे दिखेंगे गांव, रफ्तार पकड़ेगा विकास का पहिया, जानिए मामला Aligarh news

अलीगढ़ खैर रोड स्थित लोधा मेसुपर के जमीन पर राजा महेंद्र प्रताप राज्य विश्वविद्यालय का निर्माण हो रहा है। इसके लिए करीब सौ एकड़ जमीन चिन्हित हो चुकी है। 14 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसकी नींव रख देंगे।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 03:53 PM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 04:02 PM (IST)
शहर जैसे दिखेंगे गांव, रफ्तार पकड़ेगा विकास का पहिया, जानिए मामला Aligarh news
राजा महेंद्र प्रताप राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना के साथ इससे सटे गांव में भी तेजी से विकास का पहिया घूमेगा।

सुरजीत पुंढीर, अलीगढ़ । राजा महेंद्र प्रताप राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना के साथ ही आने वाले वाले समय में इससे सटे गांव में भी तेजी से विकास का पहिया घूमेगा। अगर सब कुछ सही रहा तो अगले दो-तीन सालों में ही लोधा, मूसेपुर, अकरावत, नदरोई व लोधा की नगरिया समेत आसपाास के सभी गांव भी शहरों की तरह दिखेंगे। प्रशासन भी इन गांव के विकास का खाका तैयार कर रहा है। सड़क, नाली, स्कूल, के साथ ही अन्य बुनियादी सुविधाएं भी बढ़ाई जाएंगी। केंद्र व राज्य सरकार की अन्य सभी योजनाओं में भी इन गांव को प्राथमिकता मिलेगी। इन सभी गांव के लिंक मार्ग को भी दुरुस्त किया जाएगा। लोधा मसेपुर व नदरोई को जाने वाली सड़क को तो फोर लेन करने की तैयारी हो गई है।

लोधा मेसुपर केे जमीन पर होगा विश्‍वविद्यालय का निर्माण 

अलीगढ़ खैर रोड स्थित लोधा मेसुपर के जमीन पर राजा महेंद्र प्रताप राज्य विश्वविद्यालय का निर्माण हो रहा है। इसके लिए करीब सौ एकड़ जमीन चिन्हित हो चुकी है। 14 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसकी नींव रख देंगे। चिन्हित जमीन के एक से डेढ़ किमी दायरे में आधा दर्जन के करीब गांव पड़ते हैं। इनमें लोधा के अलावा मेसुपर, अकरावत, नदरोई व लोधा की नगरिया सबसे निकट है। राज्य विश्वविद्यालय के भवनों का निर्माण इन गांव के इर्द-गिर्द ही हो रहा है। इसके साथ ही परसहरा और दुनाई भी विश्वविद्यालय के सामने ही हैं। वहीं, डिफेंस कारिडोर के निकट भी अंडला व करसुआ पड़ते हैं। ऐसे में अब आने वाले दिनों में इन सभी गांव में विकास का पहिया तेजी से घूमेगा। शासन स्तर से भी प्रशासन को इन सभी गांव में विकास कार्यों के लिए तरहीज देने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में प्रशासन भी स्थानीय स्तर पर इन सभी गांव के विकास का खाका तैयार कर रहा है। प्रदेश व केंद्र सरकारी की सभी योजनाओं में इन गांव को प्राथमिकता मिलेगी। बेहतर सड़कों के साथ ही माडल तालाब, स्कूल, पेयजल व अन्य बुनियादी सुविधाओं की भी पूर्ति होगी। इसके अलावा निजी तौर पर भी इन गांव के लोगों को रोजगार के मौके मिलेंगे। हास्टल से लेकर दुकानें तक खुलेंगी।

इनका कहना है 

क्षेत्र पिछले काफी समय से विकास कार्यों में पिछड़ा हुआ था। अब विश्वविद्यालय बनने से युवा तो अच्छी पढ़ाई तो करेंगे ही, साथ ही विकास कार्यों को भी रफ्तार मिलेगी। पूरी क्षेत्र के लिए 14 सितंबर गौरव का दिन है।

रोहित सिंह, युवा

अब तक क्षेत्र में अधिकतर लोग खेती-किसानी पर ही निर्भर थे, लेकिन अब विश्वविद्यालय व डिफेंस कारिडोर की स्थापना होने से राेजगार भी बढ़ेंगे। खेती के साथ ही नौकरी भी करेंगे तो खुद ही आय दोगुनी हो जाएगी।

धर्मेंद्र राघव, स्थानीय निवासी

पूरे क्षेत्र विकास कार्यो में पिछड़ा हुआ है। सड़क खराब हैं। रोजगार के लिए शहर जाना पड़ता था, लेकिन अब डिफेंस कारिडोर व यूनिवर्सिटी बनने से क्षेत्र में विकास कार्य होंगे। कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि इतने बड़े दो प्रोजेक्ट एक साथ क्षेत्र में आएंगे।

कुशलपाल, किसान 

डिफेंस कारिडोर व राज्य विश्वविद्यालय बनने से अब क्षेत्र में तेजी से विकास कार्य होंगे। सड़क, स्कूलों की स्थिति भी सुधरेगी। वहीं, युवाओं को रोजगार के लिए भी दिल्ली, एनसीआर में नहीं जाना पड़ेगा।

गजराज सिंह

राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल हैं। ऐसे में इससे सटे गांव में भी तेजी से विकास कार्य होंगे। विश्वविद्यालय व डिफेंस कारिडोर के आसपास बेहतर माहौल तैयार किया जाएगा।

अंकित खंडेलवाल, सीडीओ

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