अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं के साथ ही शुरू हो जाएगी शिक्षण कार्य पर निगरानी की व्यवस्था, जानिए मामला Aligarh news
माध्यमिक विद्यालयों में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों की अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं नवंबर महीने में कराए जाने के आदेश यूपी बोर्ड ने जारी किए हैं। बोर्ड ने पूरे वर्ष का अपना शैक्षिक कैलेंडर जारी किया है। इसमें नवंबर में छमाही परीक्षा कराने के आदेश हैं।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। माध्यमिक विद्यालयों में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों की अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं नवंबर महीने में कराए जाने के आदेश यूपी बोर्ड ने जारी किए हैं। बोर्ड ने पूरे वर्ष का अपना शैक्षिक कैलेंडर जारी किया है। इसमें नवंबर में छमाही परीक्षा कराने के आदेश हैं। अब प्रधानाचार्यों के सामने नवंबर से परीक्षा शुरू होने के पहले विद्यार्थियों का कोर्स पूरा कराने की चुनौती भी आ गई है। ऐसे में शिक्षण कार्य पर नजर रखने की नई रणनीति को भी अमलीजामा पहनाने का समय आ गया है। यह शिक्षकों व प्रधानाचार्यों के लिए टेढ़ी खीर साबित होगा। मगर इसकी शुरुआत छमाही परीक्षाओं के बाद से ही शुरू हो जाएगी।
शिक्षण कार्य पर भी रहेगी अफसरों की नजर
अब केवल यूपी बोर्ड परीक्षाओं ही नहीं बल्कि रोज होने वाले शिक्षण कार्य पर भी अफसरों की नजर रहेगी। अफसरों की ओर से पहली बार यह व्यवस्था जिलास्तर पर करने की योजना बनाई गई है। जिला मुख्यालय पर बने कंट्रोल रूम के जरिए नियमित पढ़ाई व शिक्षकों की गतिविधियों पर सीधे नजर रखी जाएगी। कालेजों में लगे सीसी टीवी कैमरे व वाइस रिकार्डर इसमें मददगार साबित होंगे। अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं को भी सीसी टीवी कैमरों की निगरानी में कराए जाने की योजना बनाई जा रही है। इन परीक्षाओं के बाद प्री-बोर्ड परीक्षा तक कराई जाने वाली पढ़ाई पर भी सीसी टीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी।
विद्यालयों में फाइबर इंटरनेट कनेक्शन की सुविधा मिलेगी
माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कोरोना काल में फाइबर इंटरनेट कनेक्शन की सुविधा उपलब्ध कराने के आदेश जारी किए गए थे। ज्यादातर विद्यालयों में ये व्यवस्था बनाई भी गई। जिले के 35 राजकीय व 94 एडेड कालेजों में से तमाम में सीसी टीवी कैमरों व हाईस्पीड इंटरनेट की व्यवस्था भी दुरुस्त हो गई है। कुछ वित्तविहीन कालेजों में अभी व्यवस्था होनी बाकी है। ऐसे में जिलास्तर पर अफसरों ने योजना बनाई है कि कक्षाओं में होने वाली पढ़ाई को भी निगरानी में रखा जाए? परीक्षाएं खत्म होने के बाद सीसी टीवी कैमरों व वाइस रिकार्डर को आनलाइन रखा जाए और शिक्षकों के समय से पहुंचने व शिक्षण कार्य कराने की गतिविधि पर नजर रखी जाए। इसके लिए जिला मुख्यालय नौरंगीलाल राजकीय इंटर कालेज में बने कंट्रोलरूम से इनको हर शिक्षण दिवस पर आनलाइन रखा जाएगा। इससे विद्यार्थी भी कक्षा में नियमित व अनुशासित रहेंगे अौर शिक्षक भी समय पर अपनी कक्षाओं में पढ़ाई कराने पहुंचेंगे। शुरुआती चरण में राजकीय व एडेड कालेजों में ये प्रयोग किया जाएगा। बाद में वित्तविहीन कालेजों काे भी इस व्यवस्था से जोड़ा जाएगा। जिले में अभी तक जिन कालेजों में हाईस्पीड इंटरनेट की व्यवस्था नहीं है उनकी सूची तैयार कराई जा रही है। फाइबर कनेक्शन उपलब्ध होने से विद्यार्थियों को आनलाइन टीचिंग मैटीरियल भी उपलब्ध हो सकेगा।
इनका कहना है
डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि परीक्षाओं के बाद शिक्षण कार्य की आनलाइन निगरानी की योजना बनाई है। अधिकतर कालेेजों में कैमरे लगे ही हैं, इससे कोई खास दिक्कत नहीं आएगी। शिक्षा में सुधार के लिए ये कदम उठाया जाएगा। नियमित व गुणवत्तापरक शिक्षण हो इसलिए ये व्यवस्था बनाने का विचार किया गया है।