एक ही बारिश में छलनी हो गयीं शहर की सड़कें, जगह-जगह बनेे तालाब Aligarh news

अलीगढ़ जेएनएन। एक ही बारिश में सड़कों की पोल खुल गई जिले में प्रमुख स्थानों पर सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। तमाम जगहों पर सड़कें उखड़ी पड़ी हैं जैसे मानों कोई परत उखाड़कर रख दी गई हो। हाईवे की स्थिति तो और भी बुरी है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 06:03 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 08:15 AM (IST)
एक ही बारिश में छलनी हो गयीं शहर की सड़कें,  जगह-जगह बनेे तालाब Aligarh news
एक ही बारिश में सड़कों की पोल खुल गई।

अलीगढ़, जेएनएन। एक ही बारिश में सड़कों की पोल खुल गई, जिले में प्रमुख स्थानों पर सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। तमाम जगहों पर सड़कें उखड़ी पड़ी हैं, जैसे मानों कोई परत उखाड़कर रख दी गई हो। हाईवे की स्थिति तो और भी बुरी है। गाजियाबाद-अलीगढ़ हाईवे कई जगहों पर ऐसा धंस गया है कि वहां पूरा ट्रक ही समा जाए। गड्ढों से भले ही राहगीरों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, मगर पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई के अधकारियों को कोई खास चिंता नहीं है। इसलिए बारिश थमने के बाद उन्हें ठीक भी नहीं किया जा रहा है।

तीन दिनों की बारिश में तालाब बन गयीं सड़कें 

पीएसी के पास रामघाट रोड गड्ढों से छलनी हो गई है। तीन दिनों की बारिश में सड़क तालाब बन गई थी। यहां इतने बड़े गड्ढे हैं कि ट्रक के पूरे पहिए समा जाएं। करीब 20 मीटर सड़क पर गड्ढों के चलते चलना मुश्किल है। यहां हालात बद से बदत्तर हैं। पूरे जिले में शोर मचने के बाद सिर्फ पत्थर डालकर अधिकारी निश्चिंत हो गए। अभी कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया है। क्वार्सी के पास ही ब्रिलियंड पब्लिक स्कूल के लिए मुड़ते ही रामघाट रोड धंस गई है। रात के समय यह गड्ढा दिखाई नहीं देता, जिससे हादसा होने की संभावना बनी रहती है।

नहर पर सड़क की पटरी क्षतिग्रस्त

खैर क्षेत्र में नयावास नहर पर सड़क की पटरी क्षतिग्रस्त है। यह मार्ग टैंडी गांव की ओर से जाता है। अंडला से आगे मुड़कर नहर से होते हुए टैंटी गांव से वृंदावन पहुंचना काफी आसान हो जाता है। इसलिए तमाम लोग इस मार्ग से होकर निकलते हैं। सड़क बीच-बीच में उखड़ी पड़ी है। मगर, सड़क की पटरी तमाम जगहों पर धंस गई है। यहां पर भी बड़े वाहनों के पहिए धंस जाएंगे। नहर होने के चलते रास्ता बहुत दुर्गम है, इससे लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है। चार पहिया वाहन तो कई बार हादसे का शिकार होते बचे हैं।

हाईवे का हाल-बेहाल

इस समय हाईवे का हाल सबसे बेहाल है। गाजियाबाद-अलीगढ़ हाईवे तो गांव की सड़क से भी बदत्तर है। गभाना से लेकर बौनेर तक हाईवे जर्जर हो चुका है। सबसे अधिक टोल वसूले जाने के बाद भी हाईवे पर तनिक भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। खेरेश्वरधाम चौराहे के पास तो कई जगहों पर हाईवे की पटरी धंसी हुई है। पटरी पर कोई रेलिंग भी नहीं है। रात में यदि कोई बाहरी व्यक्ति आता है तो उसके लिए काफी खतरा है। खेरेश्वर से आगरा रोड की ओर बढ़ते हुए हाईवे पर जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं। कुछ जगहों पर तो परत दर परत सड़क उखड़ी हुई है। इससे स्पीड से आते वाहन चालक कई बार अनियंत्रित हो जाते हैं। वहीं, हाईवे से नीचे आगरा रोड की तरफ उतरते ही सर्विस लेन जर्जर हो गई है। तालाब की तरह यहां गड्ढा बना हुआ है, जिससे निकल पाना बहुत मुश्किल होता है। यहां पर प्रतिदिन वाहन फंसते हैं।

इनका कहना है...

बारिश के दिनों में गड्ढे हो जाते हैं, उन्हें दिखवाया जाएगा। टीम भेजकर जिले की सभी सड़कों की स्थिति दिखवाए जाएंगे, जिन स्थानों पर गड्ढे होंगे उन्हें भरवाया जाएगा। सड़कों पर गड्ढे कहीं नहीं रहने दिए जाएंगे।

एमएच सिद्दीकी, मुख्य अभियंता, पीडब्ल्यूडी, अलीगढ़ क्षेत्र

पब्लिक पीड़ा

थोड़ी सी बारिश होने पर सड़कें उखड़ने लगती हैं। उसके बाद कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। यदि तुरंत गड्ढों को भर दिया जाए तो हादसे न हों, मगर उन्हें छोड़ दिया जाता है। फिर सालभर तक सड़क वैसे ही पड़ी रहती है कोई चिंता नहीं करता है।

वीरपाल सिंह, नादा बाजीदपुरगांव और शहर की सड़कों की बात छोड़ दीजिए, यहां तो हाईवे भी गांव की सड़क से बदत्तर हो गया है। खेरेश्वरधाम के पास तो इतने बड़े गड्ढे हैं कि कोई भी वाहन वहां समा सकता है। कम से कम हाईवे तो ठीक होने चाहिए।

चंद्रपाल सिंह, हरिदासपुर

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