हुक्मरानों के आदेश को दिखाया ठेंगा, 20 फीसद असलहेे भी नहीं हुए जमा Aligarh news

पंचायत चुनाव से पहले प्रशासन ने जिले भर में लाइसेंस असलहा जमा कराने के निर्देश दिए थे। जिले भर में पुलिस ने इसके लिए अभियान चलाया लेकिन पूरे जिले में महज 20 फीसद से भी कम असलहा जमा हुए। हुक्मरानों के आदेश फाइलों में ही दफन होकर रह गए हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 11:33 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 02:16 PM (IST)
हुक्मरानों के आदेश को दिखाया ठेंगा, 20 फीसद असलहेे भी नहीं हुए जमा Aligarh news
पंचायत चुनाव से पहले प्रशासन ने जिले भर में लाइसेंस असलहा जमा कराने के निर्देश दिए थे।

सुरजीत पुंढीर, अलीगढ़ । पंचायत चुनाव से पहले प्रशासन ने जिले भर में लाइसेंस असलहा जमा कराने के निर्देश दिए थे। जिले भर में पुलिस ने इसके लिए अभियान चलाया, लेकिन पूरे जिले में महज 20 फीसद से भी कम असलहा जमा हुए। हुक्मरानों के आदेश फाइलों में ही दफन होकर रह गए हैं। आंकड़े बताते हैं कि जिले में कुल 37 हजार असलहा धारक हैं, लेकिन आठ हजार के करीब असलहा ही जमा हुए हैं। शहरी क्षेत्रों से सटे थानों में तो 10 फीसद ही असलहा जमा हुए हैं। बाकी के सभी लोग चुनाव के दौरान भी असलहा लेकर घूमते रहे। हालांकि, गनीमत रही कि कोई भी उप्रदव या बवाल जैसी स्थिति नहीं बनी, नहीं तो पुलिस-प्रशासन इससे निपटने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती। 

चुनाव से पहले जमा कराने थे असलहे

पिछले महीने जिले में पंचायत चुनाव हुए थे। ऐसे में शासन स्तर से शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पहले ही सभी थाना क्षेत्रों में असलहा जमा कराने के आदेश जारी हो गए थे। डीएम की तरफ से भी चुनाव से एक महीने पहले ही सभी लाइसेंसी हथियार धारकों को संबंधित थाना व आम्र्स की दुकानों में असलहा जमा कराने के निर्देश जारी कर दिए। ऐसे में कुल 37587 लाइसेंसी हथियार जमा होने थे, लेकिन चुनाव तक महज आठ हजार ही असलहा जमा हुए। बाकी के सभी असलहा लोग चुनाव के दौरान भी अपने साथ लेकर घूमते रहे, लेकिन अच्छी बात यह रही कि जिले में चुनाव के दौरान कोई भी दंगा जैसी स्थिति नहीं बनी है। ऐसे में कहीं भी असलहा के दुरुप्रयोग की शिकायत नहीं मिली। एक-दो जगह जिले में हर्ष फायरिंग जरूर सामने आई। इन मामलों में पुलिस-प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई की। 

पुलिस से ज्यादा जनता के पास असलहा 

2011 की जनगणना के मुताबिक जिले की कुल आबादी 3673889 है। इसके अनुपात में यहां 3500 के करीब पुलिसकर्मी हैं। यानी एक पुलिसकर्मी पर 1050 के करीब लोगों की सुरक्षा का जिम्मा है। अलीगढ़ जैसे संवेदनशील शहर में एक पुलिसकर्मी पर इतने अधिक लोगों की सुरक्षा का जिम्मा बहुत बड़ा काम है। इसके साथ ही पुलिस से कई गुना ज्यादा जनता के पास हथियार हैं। जनता के पास जहां 36 हजार से अधिक असलहा हैं, वहीं पुलिस पर चार हजार के करीब ही है।

ये है आंकड़ा

-जिले की कुल आबादी में से 37587 लोग हैं शस्त्र धारक

-3500 है पुलिस की संख्या, इनमें 200 हैं हथियारबंद जवान

-3300 करीब सिविल पुलिस के मिलते एक तिहाई हथिया

इनका कहना है

सभी लाइसेंस धारकों को चुनाव से पहले असलहा जमा कराने के निर्देश दिए गए थे। अब सभी थानों से इसकी रिपोर्ट तलब की जाएगी। इसमें बिना कारण असलहा जमा न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। 

- विनीत कुमार सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट

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