किसानों का नहीं पंजाब के गल्ला आढ़तियों का है आंदोलन : सिघल

्रउत्तर प्रदेश रोलर फ्लोर मिलर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप सिघल ने दावा किया हैकि ये आंदोलन किसानों का नहीं आढतियोंका है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Dec 2020 01:46 AM (IST) Updated:Fri, 25 Dec 2020 01:46 AM (IST)
किसानों का नहीं पंजाब के गल्ला  आढ़तियों का है आंदोलन : सिघल
किसानों का नहीं पंजाब के गल्ला आढ़तियों का है आंदोलन : सिघल

जासं, अलीगढ़ : उत्तर प्रदेश रोलर फ्लोर मिलर्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप सिघल ने दावा किया है, कृषि कानूनों को लेकर पिछले 30 दिन से किसानों का चल रहा आंदोलन किसानों से ज्यादा पंजाब के गल्ला आढ़ती, उनके कर्मचारी, ट्रक चालक व परिचालक हैं। कृषि कानूनों का हम स्वागत करते हैं। पीएम मोदी ने किसानों की दो गुना आय का जो वायदा किया था, नया कानून उसी दिशा में एक कदम हैं।

उद्योगपति सिघल गुरुवार को रामघाट रोड स्थित होटल आभा रीजेंसी में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। कुछ राजनीतिक दल बनाए गए कानूनों की आढ़ में किसान हित के कानूनों को गलत बताने पर आमदा हैं। मांग की कि जोत या काश्त के लिए जमीन एक किसान के नाम में अधिकतम पांच एकड़ ही सीमित की जाए। अन्य राज्यों से आने वाले खेती-किसानी के मजदूरों का पंजीकरण अनिवार्य किया जाए। उनकी मजदूरी के घंटे तय किए जाएं। अधिक समय पर ओवर टाइम तय किया जाए। कॉट्रेक्ट फारमिग का केंद्र व राज्य सरकारें सरलीकरण करें। मंडियों का आधुनिकीकरण किया जाए और भंडारण क्षमता बढ़ाई जाए। अलीगढ़ संघर्ष समिति के मुख्य संयोजक अनिल सेंचुरी ने कहा कि व्यापारी सरकार के साथ हैं। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिला प्रभारी यतेंद्र मोहन झा ने कहा कि आंदोलनकारी सरकार की नहीं सुन रहे। व्यापारियों ने प्रदीप सिघल को मौखिक रूप से संघर्ष समिति के संरक्षक भी नियुक्त किया। इस मौके पर व्यापार मंडल के महानगर चेयरमैन ओपी राठी, महामंत्री सतीश माहेश्वरी, हरिकिशन अग्रवाल, मनीष बूल, अनुज वाष्र्णेय ऊर्प अन्नू बीड़ी, राजकुमार गुप्ता आदि थे।

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