जानबूझ कर लटकाए जाते हैं नक्शे, आवेदक लगाते हैं प्राधिकरण के चक्कर Aligarh news
अलीगढ़ विकास प्राधिकरण एक और जहां बजट का रोना रोता है वहीं दूसरी ओर आय बढ़ाने में मददगार नक्शे तक पास नहीं किए जाते हैं। निर्धारित समय से भी अधिक समय तक यह नक्शे फंसे रहते हैं। अब भी शहर में दर्जनों नक्शे फंसे हुए हैं।
अलीगढ़, जेएनएन : अलीगढ़ विकास प्राधिकरण एक और जहां बजट का रोना रोता है, वहीं दूसरी ओर आय बढ़ाने में मददगार नक्शे तक पास नहीं किए जाते हैं। निर्धारित समय से भी अधिक समय तक यह नक्शे फंसे रहते हैं। अब भी शहर में दर्जनों नक्शे फंसे हुए हैं। आवेदक चक्कर लगा-लगा के परेशान हैं, लेकिन फिर भी सुनवाई नहीं होती है। अभियंता जानबूझ कर नक्शों काे लटकाते हैं।
आवेदक हो रहे परेशान
शहर में सुनियोजित विकास की जिम्मेदारी एडीए की होती है। लोगों की जरूरतें पूरी करने को महायोजना लागू होती है। इसमें प्राधिकरण के सभी क्षेत्रों में निर्माण का दायरा तय होता है। इसी के हिसाब से नक्शे पास होते हैं। इसमें व्यवसायिक, आवासीय क्षेत्रों के लिए अलग-अलग निर्माण स्थल तय हैं। अब शासन ने नक्शा पास करने की प्रक्रिया को आनलाइन कर दिया है। अधिकतम 30 दिनों के अंदर नक्शा पास करने का समय है, लेकिन कुछ अभियंता जानबूझ कर वसूली के फेर में अटकाए रहते हैं। निर्धारित समय के बाद भी नक्शे पास नहीं होते हैं। इसके चक्कर में आवेदक चक्कर-चक्कर लगा-लगा के परेशान होते रहते हैं।
केस - 1 : शहर के स्वर्ण जयंती नगर इंजीनियर कालोनी निवासी एक भवन स्वामी ने दिसंबर में नक्शे के लिए आनलाइन आवेदन किया गया था। 30 दिन के अंदर इसे पास किया जाना था, लेकिन अब तक यह पास नहीं हो सका है। आवेदक प्राधिकरण के चक्कर-चक्कर लगा-लगा के परेशान हैं, लेकिन फिर भी अभियंता कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं।
केस - 2 : रामघाट रोड स्थित एक भवन स्वामी ने 350 वर्ग गज जमीन पर व्यवसायिक निर्माण के लिए नक्शे का आवेदन किया था, लेकिन प्राधिकरण से खामियां बताकर इसे वापस कर दिया है। इसके बाद यह लगातार तीन-चार बार नक्शे के लिए आवेदन कर चुके हैं, लेकिन अब तक इनकी कोई सुनवाई नहीं हाे रही है। जानबूझ कर खामियां निकाली जा रही हैं।
इनका कहना है
नक्शा पास करने का समय निर्धारित है। अगर इसमें काेई भी टालमटोली कर रहा है तो इसकी जांच कर कार्रवाई कराई जाएगी। किसी भी स्तर में इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
अर्जुन सिंह तोमर, प्रभारी सचिव