पक्षियों की जिंदगी बचाने में जुटी युवाओं की टोली, चिड़िया रानी, चुगेगी दाना-पीएगी पानी Aligarh news

गर्मी का मौसम पक्षियों पर भारी होता है। दाना-पानी के लिए ये पक्षी दूर तक परवाज भरते हैं। दाना-पानी न मिलने से कई पक्षी मर भी जाते हैं। ऐसे पक्षियों की जिंदगी बचाने के लिए युवाओं की टोली ने अभिनव प्रयास किए हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Thu, 27 May 2021 09:20 AM (IST) Updated:Thu, 27 May 2021 09:20 AM (IST)
पक्षियों की जिंदगी बचाने में जुटी युवाओं की टोली, चिड़िया रानी, चुगेगी दाना-पीएगी पानी Aligarh news
एनिमल फीडर्स संस्था की टोली पक्षियों के दाना-पानी का इंतजाम कर रही है।

अलीगढ़, जेएनएन ।  गर्मी का मौसम पक्षियों पर भारी होता है। दाना-पानी के लिए ये पक्षी दूर तक परवाज भरते हैं। दाना-पानी न मिलने से कई पक्षी मर भी जाते हैं। ऐसे पक्षियों की जिंदगी बचाने के लिए युवाओं की टोली ने अभिनव प्रयास किए हैं। एनिमल फीडर्स संस्था की ये टोली न सिर्फ पक्षियों के दाना-पानी का इंतजाम कर रही है, बल्कि बेकार समझ का फैंकी गईं प्लास्टिक की बोतलों का उचित इस्तेमाल भी किया। इन बोलतों काे काटकर इनमें पानी और दाना रखा जाता है। ताकि, पक्षी भूखे-प्यासे न रहें।

आवारा पशुओं के भोजन-पानी का इंतजाम कराया

सासनीगेट क्षेत्र के विकास नगर निवासी एनिमल फीडर्स संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष यशमणी जैन ने बीते साल लाकडाउन के मध्य में संस्था बनाई थी। उद्देश्य यही थी कि पशु-पक्षी भूखे-प्यासे न रहें। कोरोना संकट के बीच बनी इस संस्था में तब सात सदस्य ही थे। इन सदस्यों ने शहरभर में घूमकर आवारा पशुओं के भोजन-पानी का इंतजाम कराया। तब बाजार बंद थे, लोग घरों में कैद थे। पशु भूखे-प्यासे घूम रहे थे। संस्था के प्रयास सफल रहे, लोगों ने इस पहल को सराहा। संस्था को सहयोग मिला तो और भी साथी जुड़ गए। अब दो टीमें पशु-पक्षियों के भोजन-पानी का इंतजाम कर रही हैं। अध्यक्ष ने कहा, मेरी और मेरी टीम का ये छोटा सा प्रयास है, जिसमें सभी का सहयोग चाहिए। इस प्रयास से बहुत से पक्षियों की जान बचाई जा सकती है। क्योंकि, गर्मियों में पक्षियों के लिए जीना बहुत कठिन हो जाता है। शहरवासियों से अपील है कि कि अपने घर की छत या किसी अन्य स्थान पर पक्षियों के लिए दाना-पानी जरूर रखें।

 

बोतलें लगाकर किया अनुरोध

संस्था ने प्लास्टिक की बोतलें काटकर उसमें पक्षियों के दाना-पानी की व्यवस्था की है। ये बोतलें पार्क, कालोनियों, ट्री गार्ड पर लगाई गई हैं। साथ ही एक पोस्टर भी लगाया है। जिसमें अनुरोध किया है, ये बोतल खाली देखें तो इसमें पक्षियों के लिए दाना-पानी जरूर भर दें। टीम के सदस्यों ने कहा कि यह कार्य कर संतुष्टि का अनुभव हो रहा है कि हम किसी बेजुबान का पेट भर उसकी जान बचा सकते हैं। टीम का प्रयास है कि पूरे शहर में ऐसे इंतजाम किए जाएं।

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