नौकरी जाने के खौफ ने छीन लिया 30 शिक्षकों का चैन, लगा रहे जुगत, जानिए मामला Aligarh news

बुरे काम का बुरा नजीजा। ये कहावत तो सभी ने सुनी होगी। मगर ये सच हुई है बेसिक शिक्षा विभाग में। 2013 में डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से फर्जी डिग्री हासिल कर शिक्षक की नौकरी करने वाले 57 लोगों को बुधवार को बर्खास्त करने का फरमान सुना दिया गया।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 07:20 AM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 07:20 AM (IST)
नौकरी जाने के खौफ ने छीन लिया 30 शिक्षकों का चैन, लगा रहे जुगत, जानिए मामला Aligarh news
न्यायालय के नए फैसले के बाद बुधवार को इनको बर्खास्त करने के आदेश जारी किए गए।

अलीगढ़, जेएनएन : बुरे काम का बुरा नजीजा। ये कहावत तो सभी ने सुनी होगी। मगर ये सच हुई है बेसिक शिक्षा विभाग में। 2013 में डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से फर्जी डिग्री हासिल कर शिक्षक की नौकरी करने वाले 57 लोगों को बुधवार को बर्खास्त करने का फरमान सुना दिया गया। हालांकि इनकी सेवा समाप्त तो पहले ही कर दी गई थी। साथ ही इन पर मुकदमा दर्ज कराने व वेतन रोकने की कार्रवाई भी कर दी गई थी। मगर न्यायालय की चौखट पर जाकर इन्होंने नौकरी में बने रहने की कुछ दिन की मोहलत और ले ली थी। मगर न्यायालय के नए फैसले के बाद बुधवार को इनको बर्खास्त करने के आदेश जारी किए गए। जिले में 89 फेक व टेंपर्ड शिक्षकों की सूची एसआइटी की ओर से जारी की गई थी। इनमें से 57 फेक डिग्री वालों को नौकरी से हाथ धाेना पड़ा है।

एसआईटी की सूची 

एसआइटी की ओर से जारी सूची में इन 57 के अलावा 30 ऐसे शिक्षकों के नाम भी शामिल हैं जिन्होंने आगरा यूनिवर्सिटी से डिग्री हासिल तो की लेकिन उन पर आरोप लगे कि ये डिग्री टेंपर्ड हैं। यानी इन डिग्री के कागजों में दर्ज अंकों को खुर्द-बुर्द कर बदला गया है। ऐसे 30 शिक्षकों की नौकरी पर भी खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। इंतजार हो रहा है तो बस संबंधित विश्वविद्यालय की रिपोर्ट आने का। ऐसे में 57 शिक्षकों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई के बाद अब इन 30 शिक्षकों का दिन का चैन व रात की नींद छिन गई है। विभागीय सूत्रों की मानें तो इनमें से कुछ शिक्षकों ने नई-नई जुगत भी लगाना शुरू कर दी हैं। विश्वविद्यालय से लेकर न्यायालय तक हर तरह के जुगाड़ लगाने में वे पीछे नहीं रह रहे हैं। एसआइटी ने 89 फर्जी व टेंपर्ड शिक्षकों की सूची जारी की थी। इनमें से दो शिक्षकों की मृत्यु होने से यह संख्या 87 रह गई। इनमें से 57 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। अब बचे 30 अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।

होगी वेतन रिकवरी की कार्रवाई 

अफसरों का कहना है कि जिनको बर्खास्त किया गया है कि उनसे वेतन रिकवरी की कार्रवाई भी की जाएगी। कार्रवाई के बारे में शासन को अवगत करा दिया गया है। वेतन रिकवरी के प्रकरण में शासन से मार्गदर्शन भी मांगा गया है। जल्द ही इनसे वेतन वसूलने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। 30 टेंपर्ड शिक्षकों पर फैसला आने के बाद उनसे भी वेतन रिकवरी की योजना बनाई जाएगी।

इनका कहना है

बीएसए डा. लक्ष्मीकांत पांडेय ने कहा कि टेंपर्ड शिक्षकों पर कार्रवाई से पहले संबंधित विश्वविद्यालय की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। विश्वविद्यालय की ओर से जिन-जिन शिक्षकों के दस्तावेज व मार्कशीट टेंपर्ड होने की पुष्टि की जाएगी उनकी-उनकी सेवाएं समाप्त कर कार्रवाई की जाएगी। गलत तरीके से शिक्षक बनने वाले किसी भी शख्स को रियायत नहीं मिलेगी।

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