सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है किसान : विजेंद्र

इस समय किसानों के सामने गेहूं बेचने की बड़ी समस्या है। किसी भी क्रय केन्द्र पर देखा जाए तो बड़ी तादात में किसान गेहूं तुलाई के लिए नंबर आने का इंतजार करते हुए दिखाई देंगे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 01:13 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 01:13 AM (IST)
सबसे बुरे दौर से गुजर 
रहा है किसान : विजेंद्र
सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है किसान : विजेंद्र

अलीगढ़ : इस समय किसानों के सामने गेहूं बेचने की बड़ी समस्या है। किसी भी क्रय केन्द्र पर देखा जाए तो बड़ी तादात में किसान गेहूं तुलाई के लिए नंबर आने का इंतजार करते हुए दिखाई देंगे। खैर मंडी में क्रय केंद्र मौके पर पहुंचे एसडीएम अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि ऐसे किसानों की लगभग दो सौ लोगों की सूची बनाई है जिनकी तोल कराने की कोशिश करेंगे इससे ज्यादा व्यवस्था संभव नहीं है। सोफा नगलिया के किसान अमर सिंह, खेड़ा झल्लू के सुनील कुमार ने बताया कि क्रय केंद्र पर मात्र आधा कोटा कर तीन सौ कुंतल माल तोला गया उसमें भी रात के समय चौधाना आदि के सेंटरों पर व्यापारी का माल तोला जाता है। इसी व्यवस्था से किसानों की पूरी तहसील में यह दुर्दशा हुई है। क्रय केन्द्रों पर पहुंचे सपा नेता एवं पूर्व सांसद विजेन्द्र सिंह ने कहा कि शर्म की बात है कि प्रदेश सरकार ने क्रय केंद्रों की समयावधि 22 तारीख तक बढ़ा दी है जबकि 80 प्रतिशत क्रय केंद्र बंद पड़े हैं। जबकि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री ने कहा था की किसानों का एक एक दाना सरकार खरीदेगी। आज क्रय केंद्र के अभाव में किसान व्यापारियों की दुकान पर अपने माल को सोलह सौ रुपये कुंतल में मजबूर होकर बेच रहा है। उन्होंने कहा कि यही जनपद के ज्यादातर केंद्रों की है। उन्होंने ने कहा कि मुख्यमंत्री गेहूं केंद्रों की समय सीमा कम से कम एक माह बढाएं अन्यथा किसानों से झूठे वादे व बड़ी बड़ी बातें करना बंद करें। सपा 24 घंटे बाद जनपद में क्रय केंद्रों पर धरना प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने आनाकानी की तो किसानों के हित में भूख हड़ताल भी कर देंगे। पंडित कपिल शर्मा प्रदेश सचिव युवजन सभा ने कहा कि किसानों के साथ लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मौके पर विपिन चौधरी, लोकेश चौधरी, फुरकान मिर्जा, नासिर गद्दी, संजीव कुशवाह, चमन चौधरी, अब्दुल भाई आदि थे। बता दें कि इससे पूर्व किसानों ने एसडीएम का घेराव करके विरोध जताया।

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