यूपी बोर्ड के रिजल्ट से खिले अलीगढ़ में विद्यार्थियों के चेहरे

हाईस्कूल व इंटरमीडिएट का परीक्षा परिणाम जारी कालेजों में नहीं अपलोड हुआ रिजल्ट।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 02:02 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 02:02 AM (IST)
यूपी बोर्ड के रिजल्ट से खिले अलीगढ़ में विद्यार्थियों के चेहरे
यूपी बोर्ड के रिजल्ट से खिले अलीगढ़ में विद्यार्थियों के चेहरे

जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने शनिवार को हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम जारी किया। यहां जिले में न अफसर इसे देख सके और न ही विद्यालयों के प्रधानाचार्य अपलोड कर पाए। बोर्ड ने यूपीएमएसपी (यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद) की साइट पर परिणाम अपलोड किया, जो देर शाम तक खुल न सका। जिले के 94 एडेड, 35 राजकीय व करीब 625 वित्तविहीन विद्यालयों में हाईस्कूल के 59852 और इंटर में 55390 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे।

यूपी बोर्ड ने कोरोना काल में सभी छात्र-छात्राओं को प्रमोट करने का फैसला लिया था। विद्यालयों से छात्र-छात्राओं के छमाही व प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक लेकर उसके आधार पर परिणाम जारी किया गया। विद्यार्थियों ने संस्थान पहुंचकर खुशी जाहिर की। दूसरी ओर तमाम विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के परिणाम अटके हैं। उनको उत्तीर्ण या अनुत्तीर्ण में से किसी श्रेणी में नहीं दर्शाया गया है। कुछ विद्यालयों ने अपने कालेज कोड को डालकर परिणाम जानने की कोशिश की, लेकिन सभी का परिणाम सामने नहीं आ सका। तमाम विद्यार्थी अंकों को लेकर असमंजस में हैं।

अनियमित तरीके से बना परिणाम

वित्तविहीन शिक्षक महासभा के जिलाध्यक्ष पवन शर्मा ने कहा कि परिणाम अनियमित तरीके से बनाया गया है। कई संस्थानों ने नियम से अलग काफी कम अंक दिए तो कई ने छात्रों को बिना नंबर दिए प्रमोटेड लिख दिया है। सोमवार को डीआइओएस कार्यालय जाकर समस्या को रखा जाएगा। निदान की मांग की जाएगी। बोर्ड में भी पदाधिकारी बात करेंगे।

क्यों अटका परिणाम

बाबूलाल जैन इंटर कालेज के प्रधानाचार्य अंबुज जैन ने बताया कि उनके विद्यालय में कुछ छात्रों का परिणाम अटका है। इस संबंध में डीआइओएस को अवगत कराया जाएगा।

दो जगहों से पंजीकरण बना मुसीबत

शिक्षा जानकारों का कहना है कि इस बार परीक्षा नहीं हुई। किसी ने नकल भी नहीं की, लेकिन फिर भी परिणाम अटका है। इसका आशय है कि जिन विद्यार्थियों ने नौवीं पास कर 10वीं में अन्य विद्यालय से फार्म भरा और अपने पुराने संस्थान का पंजीकरण कैंसिल नहीं कराया। पुराने विद्यालय ने भी बोर्ड की वेबसाइट पर अंक अपलोड किए और नए कालेज ने भी। बोर्ड के पास दो कालेजों से उनके अंक दर्शाए जा रहे होंगे, इसलिए परिणाम अटका है।

मेरिट बन गई मुसीबत

विभागीय सूत्रों के अनुसार बोर्ड ने काफी समय पहले ही परिणाम तैयार कर लिया था। बोर्ड विद्यार्थियों की मेरिट बनाने के संबंध में स्पष्ट मत नहीं रख पा रहा है। इसीलिए जिले ही नहीं प्रदेशभर में परिणाम व जिलेवार मेरिट नहीं देखने को मिल रही है।

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जिन विद्यालयों को परिणाम के संबंध में समस्या है, वो कार्यालय में बताएं। उनके प्रकरण को बोर्ड के पास भेजा जाएगा। बोर्ड स्तर से ही समाधान किया जाएगा। तकनीकी खामी के चलते तमाम जिलों में परिणाम देखने में दिक्कत आई है।

डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा, डीआइओएस

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