भाड़े पर गाड़ी ले जाने वालों ने गला घोटकर मारा था चालक

छर्रा क्षेत्र में करीब एक माह पूर्व ग्राम सिरसा निवासी ईको चालक धीरी सिंह की हत्या का पुलिस ने शुक्रवार को पर्दाफाश कर दिया। इसमें तीन अभियुक्त गिरफ्तार कर जेल भेजे हैं। पुलिस ने ईको गाड़ी भी बरामद कर ली है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 01:18 AM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 01:18 AM (IST)
भाड़े पर गाड़ी ले जाने वालों ने गला घोटकर मारा था चालक
भाड़े पर गाड़ी ले जाने वालों ने गला घोटकर मारा था चालक

अलीगढ़ : छर्रा क्षेत्र में करीब एक माह पूर्व ग्राम सिरसा निवासी ईको चालक धीरी सिंह की हत्या का पुलिस ने शुक्रवार को पर्दाफाश कर दिया। इसमें तीन अभियुक्त गिरफ्तार कर जेल भेजे हैं। पुलिस ने ईको गाड़ी भी बरामद कर ली है। डेंटिंग पेंटिंग के बाद नंबर प्लेट बदलकर यह लोग गाड़ी को भाड़े पर चला रहे थे। गंगा की खादर में हजारा नहर किनारे गांव शीशई के पास गला घोटकर चालक की हत्या करके शव झाड़ियों में फेंककर ईको लूट ले गए थे।

छर्रा थाना क्षेत्र के ग्राम सिरसा निवासी धीरी सिंह 50 वर्ष गांव के ही राय सिंह की ईको गाड़ी चलाता था। 26 अक्टूबर को भाडे़ पर सवारी लेकर अलीगढ़ गया था। रात तक लौट कर गांव नहीं पहुंचा तो राय सिंह ने अगले दिन छर्रा कोतवाली में ईको सहित चालक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उसके दो दिन बाद 28 अक्टूबर को थाना पाली मुकीमपुर क्षेत्र में ग्राम शीशई व प्यावली के निकट हजारा नहर किनारे झाड़ियों में धीरी सिंह का शव मिला था। उसके पुत्र सोनू ने अज्ञात में रिपोर्ट कराई थी। घटना के अनावरण के संबंध में एसएसपी ने एसओजी, सर्विलांस व स्थानीय पुलिस की तीन टीमें गठित की गईं। गुरुवार रात पुलिस टीम ने छर्रा में अतरौली रोड पर गुप्ता मोड़ के निकट से ईको कार सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश कर दिया।

एसओ प्रमोद कुमार मलिक ने बताया कि चालक धीरी सिंह भाडे़ पर गाड़ी को अलीगढ़ से गुन्नौर लेकर गया था। जहां पर जिला संभल के थाना गुन्नौर क्षेत्र के ग्राम घोसली रामसहाय निवासी अमीचंद उर्फ मूलचंद उर्फ अमित यादव, थाना गुन्नौर के ग्राम दुबारी कलां निवासी राजू उर्फ राजकुमार एवं गुन्नौर क्षेत्र के ग्राम घोसली वाहन निवासी जगपाल उर्फ कालू ने एक हजार रुपये भाड़े पर छर्रा के लिए गाड़ी बुक की थी। तीनों ने चालक को अपनी बातों में लिया और गुन्नौर से सांकरा होते हुए नहर किनारे रामघाट रोड पर अपने एक साथी को बैठाने की कहकर ले गए। रास्ते में कहीं पर एक मंदिर पड़ा। जिसके निकट गाड़ी को रुकवाया और शौच करने के बाद गाड़ी में पीछे बैठे दो अभियुक्तों ने अंगोछा गले में फंसा कर चालक की हत्या कर दी। शव को नहर किनारे झाड़ियों में फेंक कर गाड़ी लेकर भाग गए। सर्विलांस की मदद से एसओजी प्रभारी निरीक्षक नईम अहमद व छर्रा पुलिस ने अपना जाल बिछाया। जांच में पता चला कि अभियुक्तों ने एक अन्य ईको के कागज लेकर नंबर प्लेट बदलवाई और कागजों के अनुसार ही नई गाड़ी का रंग करा दिया और भाड़े पर चलाने लगे। शुक्रवार को फिर किसी गाड़ी को लुटने की फिराक में घूमते समय पुलिस की पकड़ में आ गए। गिरफ्तार करने वाली टीम में छर्रा कोतवाल प्रमोद कुमार मलिक, एसओजी प्रभारी नईम अहमद, सर्विलांश प्रभारी संजीव कुमार, दारोगा अतुल कुमार, राम कुमार, कांस्टेबल श्याम सिंह, राकेश कुमार, अनुत सोलंकी, समित सिसौदिया, विनोद कुमार, शोएब आलम, महेंद्र सिंह, सुधीर कुमार, अजय कुमार, ज्ञानवीर शामिल रहे।

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