अलीगढ़ में चुनावी शोर में दबे करोड़ों के घोटालों से हटेगा पर्दा, सीडीओ ने तलब की रिपोर्ट Aligarh news

पंचायतों के चुनावी शोर में दबे करोड़ों के घपलेे-घोटालों से अब पर्दा हटेगा। सीडीओ ने पंचायती राज विभाग से पिछले प्रधानों के कार्यकाल में हुए घपले-घोटालों की रिपोर्ट तलब कर ली है। जिले भर में 40 से अधिक पंचायतों में जांच चल रही है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 06:04 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 07:15 AM (IST)
अलीगढ़ में चुनावी शोर में दबे करोड़ों के घोटालों से हटेगा पर्दा, सीडीओ ने तलब की रिपोर्ट  Aligarh news
पंचायतों के चुनावी शोर में दबे करोड़ों के घपलेे-घोटालों से अब पर्दा हटेगा।

अलीगढ़, जेएनएन। पंचायतों के चुनावी शोर में दबे करोड़ों के घपलेे-घोटालों से अब पर्दा हटेगा। सीडीओ ने पंचायती राज विभाग से पिछले प्रधानों के कार्यकाल में हुए घपले-घोटालों की रिपोर्ट तलब कर ली है। जिले भर में 40 से अधिक पंचायतों में जांच चल रही है, लेकिन मिलीभगत के चलते अधिकांश जांच अधिकारियों ने रिपोर्ट नहीं दी है। महीनों बीत जाने के बाद भी मामला ठंडे बस्ते में पड़ा है। ऐसे में सीडीओ अंकित खंडेलवाल ने सभी जांच अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। 

25 दिसंबर को खत्‍म हुआ प्रधानों का कार्यकाल

2015 में जिले की 902 ग्राम पंचायतों में प्रधानी के चुनाव हुए थे, लेकिन 2017 में 35 पंचायतें नगरीय निकायों में शामिल हो गईं। इनमें तीन पंचायत आंशिक रूप से शामिल हुई। ऐसे में अब जिले में कुल 867 ग्राम पंचायत रह गई हैं। 25 दिसंबर को पिछले प्रधानों का कार्यकाल खत्म हो गया, लेकिन कार्यकाल खत्म होने के महीनों पहले ही इन प्रधानों के खिलाफ शिकायतों की झड़ी लग गईं। जिले भर में ही करीब 40 से अधिक पंचायतों के जांच के आदेश हुए हैं। डीएम की तरफ से इन शिकायतों पर जांच के लिए कमेटियां बनाई गईं थी। जिला स्तरीय अफसरों को जांच की जिम्मेदारी दी गईं। इनमें करोड़ों के गबन की आशंका है।

दबा दी फाइल

अब पंचायतों को नए प्रधान मिल गए हैं। अधिकतर प्रधानों ने कामकाज भी शुरू कर दिए हैं, लेकिन इसके बाद भी इन जांच अधिकारियों ने रिपोर्ट नहीं दी है। शिकायत वाली पंचायतों में कई-कई लाख के गबन की आशंका है, लेकिन मिलीभगत के चलते अफसर यह जांच रिपोर्ट दबाए हुए हैं। कई-कई नोटिसों के बाद भी जांच आख्या नहीं दी गई हैं। ऐसे में अब सीडीओ ने इन अफसरों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। सभी से जवाब तलब करते हुए जल्द से जल्द रिपोर्ट मांगी है। अगर रिपोर्ट नहीं आती है तो फिर इन संबंधित अफसरों के खिलाफ ही कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

15 दिन का काम, एक साल में भी नहीं हुआ पूरा

डीएम व सीडीओ की तरफ से अधिकतर पंचायतों की जांच रिपोर्ट जिला स्तरीय अफसरों को दी गई है। इनमें शिक्षा विभाग से लेकर विकास विभाग के अफसर तक शामिल हैं। इन सभी से 15 दिन में रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन एक-एक साल गुजरने पर भी रिपोर्ट नहीं आई है। ऐसे में अब सीडीओ ने इनके खिलाफ सख्त रुख अपनाया है।

इनका कहना है

पंचायतों में घपले-घोटालों की जांच के संबंध में सभी जिला स्तरीय अफसरों से रिपोर्ट तलब की गई है। रिपोर्ट आने के बाद सख्त कार्रवाई होगी। सभी जिम्मेदारों से पाई-पाई की वसूली की जाएगी।

अंकित खंडेलवाल, सीडीओ

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