15 हजार प्रत्याशियों की ढाई करोड़ की जमानत राशि हुई थी जब्त Aligarh news

जिले में इन दिनों पंचायत चुनाव की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। परिसीमन का प्रस्ताव लखनऊ जा चुका है। हालांकि अगर पिछली बार 2015 के चुनावी आंकड़ों पर नजर डालें तो काफी दिलचस्प आंकड़े सामने आया है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 07:09 AM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 07:09 AM (IST)
15 हजार प्रत्याशियों की ढाई करोड़ की जमानत राशि हुई थी जब्त Aligarh news
पिछली बार 2015 के चुनावी आंकड़ों पर नजर डालें तो काफी दिलचस्प आंकड़े सामने आया है।

सुरजीत पुंढीर, अलीगढ़ : जिले में इन दिनों पंचायत चुनाव की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। परिसीमन का प्रस्ताव लखनऊ जा चुका है। हालांकि, अगर पिछली बार 2015 के चुनावी आंकड़ों पर नजर डालें तो काफी दिलचस्प आंकड़े सामने आया है। अलीगढ़ जिले में ही प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य व जिला पंचायत सदस्य पद के करीब 15 हजार प्रत्याशियों की ढाई करोड़ की जमानत राशि जब्त हो गई थी। चुनाव के 90 दिन बाद भी धनराशि वापसी का आवेदन नहीं आने पर प्रशासन ने इसे सरकारी खाते में जमा कर दिया था। 

2015 में हुआ था अंतिम चुनाव

सहायक निर्वाचन अधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि 2015 में अंतिम बार पंचायत चुनाव हुए थे। इस दौरान करीब 17 हजार प्रत्याशी मैदान में थे। इन सभी प्रत्याशियों से नामांकन के दौरान जमानत राशि ली गई थी। इसके बाद चुनाव हुए। कुछ दिनों बाद परिणाम भी घोषित हो गए। चुनाव सम्पन्न होने के 90 दिनों बाद जमानत राशि वापस लेने के लिए आवेदन करना होता है, लेकिन जिले में अधिकांश लोगों ने आवेदन ही नहीं किया। तमाम लोग तो इनमे मौजूदा प्रधान व बीडीसी भी शामिल थे। आवेदन न आने पर सभी प्रत्याशियों की जमानत राशि सरकारी खाते में जमा करा दी गई। जिले में करीब ढाई करोड़ रूपये जमा हुए थे। 

आंकड़े बोलते हैैं

-2015 में 1455 केंद्र व 2940 बूथ।

-2020 में 1395 केंद्र व 3035 बूथ।

-2015 में कुल 18.19 लाख मतदाता

-2020 में 16.97 लाख मतदाता 

-दो लाख मतदाता नगर निकाय में शामिल

इस तरह पूरा हो रहा कार्यकाल

पद, तिथि,

ग्राम प्रधान, 26 दिसंबर

क्षेत्र पंचायत सदस्य, 2 मार्च

जिला पंचायत सदस्य, 15 जनवरी 

यह है जिले की अब स्थिति 

कुल पंचायत, 881

कुल जिला पंचायत सदस्य, 52

कुल क्षेत्र पंचायत सदस्य, 1054

ब्लॉक प्रमुख, 12

chat bot
आपका साथी