अलीगढ़ में 'लेपर्ड' की तलाश में पुलिस की दस टीमें छान रहीं खाक, जानिए मामला Aligarh news

जिले में वाहन सुरक्षित नहीं। खासकर बाइक। चोरों में पुलिस का खौफ ही नहीं रहा। यही वजह है कि हर रोज औसतन दो से तीन बाइक चोरी हो रही हैं। इस साल अब तक 447 बाइकें चोरी हो चुकी हैं जिनमें से 135 ही बरामद हो सकीं हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 07:17 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 07:17 AM (IST)
अलीगढ़ में 'लेपर्ड' की तलाश में पुलिस की दस टीमें छान रहीं खाक, जानिए मामला Aligarh news
लैपर्ड की तलाश में पुलिस की दस टीमें लगी हुई हैं।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता । जिले में वाहन सुरक्षित नहीं, खासकर बाइक। चोरों में पुलिस का खौफ ही नहीं रहा। यही वजह है कि हर रोज औसतन दो से तीन बाइक चोरी हो रही हैं। इस साल अब तक 447 बाइकें चोरी हो चुकी हैं, जिनमें से 135 ही बरामद हो सकीं हैं। पांच साल के दौरान चोरी हुई 3447 बाइकों में से 535 ही मिल सकीं। 2912 बाइकों की तलाश में जुटी पुलिस को अपनी ही लैपर्ड का अभी तक अता -पता नहीं लग सका है। यह लैपर्ड करीब एक सप्ताह पहले क्वार्सी चौराहे से चोरी हुई थी। वाहन चोरी के सर्वाधिक 518 मामले इसी थानेे में दर्ज हुए हैं। दूसरे नंबर पर सिविल लाइन थाना है। यहां 428 मामले दर्ज हुए हैं। देहात से अधिक शहर के थाना क्षेत्रों में बाइकें चोरी के मामले हैं।

लेपर्ड की तलाश में जुटी पुलिस की दस टीमें

किसी के दफ्तर के बाहर से बाइक चोरी हुई तो कहीं घर के सामने से। लैपर्ड बाइक चोरी के बाद पुलिस अधिक सक्रिय दिख रही है। लैपर्ड की तलाश में पुलिस की दस टीमें लगी हुई हैं, हालांकि पुलिस चोरों तक नहीं पहुंच पाई है। पुलिस के लिए लैपर्ड बाइक की चोरी किसी चुनौती से कम भी नहीं है। सवाल यह भी है कि पुलिस अपनी लैपर्ड को लेकर जितनी सक्रिय हुई है, उतनी चिंता 2912 बाइकों के लिए क्यों नहीं की गई? यही सख्ती रही तो चोर पुलिस की बाइक तक नहीं पहुंच पाते।

बाइक काटने के ठिकानों पर कार्रवाई नहीं

पुलिस बाइक चोरों के अड्डे व बाइकों को काटने के ठिकाने भी जानती है। लेकिन, कभी गंभीरता नहीं दिखाई, इसीलिए चोरों के हौसले इतने बुलंद हो गए। हालांकि, पुलिस ने कई बार अलग-अलग गिरोहों को पकड़कर पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश भी किया है। पर, इसका असर अधिक नजर नहीं आया।

पिछले साल 432 में से 92 ही बाइक मिलीं

बाइक चोरी पुलिस के लिए इतनी छोटी बात होती है कि उसे तलाशना जरूरी नहीं माना जाता। सिर्फ मुकदमा दर्ज करके खानापूर्ति कर ली जाती है। लेकिन, इंटीग्रेडेट कमांड एंड कंट्रोल रूम ने पुलिस को सहारा दिया है। नतीजतन, इस साल चोरी हुईं 447 बाइकों में से 135 तलाशी जा चुकी हैं। वहीं वर्ष 2020 में 432 बाइकें चोरी हुईं थीं, जिनमें 92 बरामद कर ली गई हैं।

थानों में दर्ज हुए बाइक चोरी के मामले

थाना, बाइक चोरी

क्वार्सी, 518

सिविल लाइन, 428

बन्नादेवी, 338

सासनीगेट, 254

गांधीपार्क, 224

देहलीगेट, 131

कोतवाली, 46

जवां, 138

अतरौली, 65

टप्पल, 54

हरदुआगंज, 51

(यह आंकड़े वर्ष 2020 दिसंबर तक के हैं।)

पुलिस पर भारी बाइक चोरी -05 वर्षों का आंकड़ा चौंकाने वाला है। -3447 बाइकें पांच साल में चोरी होने के मुकदमे दर्ज किए गए। -535 बाइकें ही बरामद हो सकी हैं। - 2912 बाइकों की तलाश है पुलिस को। 2-3 बाइक औसतन हर रोज चोरी हो रही हैं 447 बाइक चोरी के मुकदमे इस साल दर्ज किए गए, 135 बाइकें बरामद की जा सकी -2020 में 432 बाइकें चोरी हुईं थीं, जिनमें 92 बरामद कर ली गई हैं।

इनका कहना है

बाइक चोरी के मामलों में पुलिस सजग रहती है। सर्विलांस व इंटीग्रेडेट कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के कैमरों की मदद से बाइकों की तलाश की जाती है। इसकी मदद से काफी बाइकें बरामद भी की गई हैं। जो शेष हैं, उनका डाटा कंट्रोल सेंटर में दर्ज है। तलाश जारी है। लैपर्ड चोरी के मामले में कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

-कुलदीप सिंह गुनावत, एसपी सिटी

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