टीबी रोगियों का पता बताइए, सरकार देगी एक हजार रुपये, जानें-पूरा मामला Aligarh News
कोविड मरीज ठीक हो जाता है और उसकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आ जाती है फिर भी खांसी नहीं रुक रही है तो उसकी टीबी जांच अवश्य कराई जानी चाहिए। कोविड के लक्षण वाले व्यक्ति की जांच कराने पर अगर रिपोर्ट निगेटिव है तब भी टीबी जांच अवश्य करवा लें।
अलीगढ़, जेएनएन। वर्ष 2025 तक देश को क्षय रोग के उन्मूलन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में समुदाय की भागीदारी को और बढ़ाते हुए नई व्यवस्था की गई है कि नया टीबी रोगी खोजने वालों को एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि उनके खाते में दी जाएगी। 500 रुपये टीबी मरीज की प्रथम सूचना देने पर व 500 रुपये इलाज पूर्ण होने पर दिए जाएंगे।
आज होगा अभियान का समान
जिला क्षय रोग अधिकारी डा. अनुपम भास्कर ने बताया कि 12 जुलाई से टीबी मरीजों को खोजने के लिए विशेष अभियान की शुरुआत की जा चुकी है । यह अभियान एक जुलाई से 31जुलाई तक के विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं 12 जुलाई से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान के दौरान क्षय रोगियों को खोजा जा रहा है। इसके दौरान आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां घर-घर जाकर लक्षणों के आधार पर स्क्रीनिंग कर रही हैं।
पोषण के लिए भी मरीजों को मदद
जिला कार्यक्रम समन्वयक सत्येंद्र कुमार ने कहा कि ऐसे संभावित रोगियों की टीबी जांच कराई जा रही है। जांच के बाद टीबी रोग की पुष्टि होने पर निश्शुल्क उपचार की व्यवस्था भी की गई है। पोषण योजना के तहत मरीजों को पोषण युक्त खानपान के लिए प्रतिमाह पांच सौ रुपए डीबीटी के माध्यम सीधे मरीज के बैंक खाते में दिए जा रहे हैं। इसके अलावा अब तक बीते 5 दिनों में 12 जुलाई से 25 जुलाई तक करीब 80 नए मरीज दस्तक अभियान के दौरान तलाशे गए हैं, जिनको उपचार पर रख लिया गया है,
इन लक्षणों के दिखने पर कराएं जांच
दो सप्ताह या अधिक समय तक खांसी आना, खांसी के साथ बलगम आना, बलगम में कभी-कभी खून आना, सीने में दर्द होना, शाम को हल्का बुखार आना, वजन कम होना और भूख न लगना टीबी के सामान्य लक्षण हैं। ऐसे में अगर खांसी का मरीज आता है तो उसके सभी लक्षणों की गहनता से पड़ताल होनी चाहिए और संभावित टीबी मरीज दिखे तो टीबी जांच अवश्य कराई जानी चाहिए।
इन परिस्थितियों में भी टीबी जांच है जरूरी
डा. भास्कर के मुताबिक यदि कोई कोविड मरीज ठीक हो जाता है और उसकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आ जाती है, फिर भी खांसी नहीं रुक रही है तो उसकी टीबी जांच अवश्य कराई जानी चाहिए। कोविड के लक्षण वाले व्यक्ति की जांच कराने पर अगर रिपोर्ट निगेटिव है तब भी टीबी जांच अवश्य करवा लें।