Telecom Day : पुश बटन फोन से 4 जी की ओर बढ़ा 'दूरसंचार' Aligarh news

17 मई को विश्व दूरसंचार दिवस मनाया जाता है। नई तकनीकी व आधुनिकता के साथ कदम मिलाते हुए दूरसंचार विभाग का दूसरा रूप यानी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) पुश बटन टेलीफोन से 4-जी सुविधा की ओर बढ़ गया है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 05:59 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 06:46 AM (IST)
Telecom Day  : पुश बटन फोन से 4 जी की ओर बढ़ा 'दूरसंचार' Aligarh news
साल 2021 के खत्म होने से पहले बीएसएनएल 4-जी सुविधा देने लगेगा।

अलीगढ़, जेएनएन । 17 मई को विश्व दूरसंचार दिवस मनाया जाता है। नई तकनीकी व आधुनिकता के साथ कदम मिलाते हुए दूरसंचार विभाग का दूसरा रूप यानी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) पुश बटन टेलीफोन से 4-जी सुविधा की ओर बढ़ गया है। सरकारी उपक्रम होने के चलते थोड़ी देर से सही लेकिन अब बीएसएनएल 4-जी के लिए ग्लोबल टेंडर हो गया है। टेस्टिंग व ट्रायल का काम 18 जिलों में चल रहा है, उपकरण आते ही सेवाएं भी शुरू हो जाएंगी। साल 2021 के खत्म होने से पहले बीएसएनएल 4-जी सुविधा देने लगेगा। 

18 जिलों में चल रही टेस्‍टिंग

बीएसएनएल लीज लाइन के जूनियर इंजीनियर दिनेश पुरी गोस्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्लोबल टेंडर के तहत 50 फीसद काम विदेशी व 50 फीसद भारतीय कंपनियों को उपकरण चेंज करने का काम दिया गया है। 18 जिलों में टेस्टिंग भी चल रही है। धनीपुर मंडी एक्सचेंज, अलीगढ़ मेन एक्सचेंज व देहली गेट एक्सचेंज में टेस्टिंग भी हो गई है। उपकरण आने से पहले टेस्टिंग चल रही है कि बीडीएस लोड ले सकते हैं या नहीं। उपकरण आते ही सेवाएं देने का काम शुरू हो जाएगा। इस साल से बीएसएनएल उपभोक्ताओं को 4-जी सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। बताया कि अांध्रप्रदेश आदि कुछ जगहों पर सिग्नल मिलने भी शुरू हो गए हैं। पश्चिमी यूपी में भी तेजी से काम चल रहा है। कहा कि बीएसएनएल को 4-जी स्पेक्ट्रम मिलने में हुई देरी से उपभोक्ताओं को 4-जी सुविधा के लिए इंतजार करना पड़ा है। 

देश में दूरसंचार का इतिहास

दूरसंचार विभाग के इतिहास की जानकारी देते हुए दिनेश पुरी ने बताया कि आजादी के समय भारतीय डाक एवं तार विभाग हुआ करता था। 1990 के बाद डाक व दूरसंचार विभाग को अलग-अलग किया गया। 1995 में पुश बटन टेलीफान हुआ करते थे, उसके पहले चक्का घुमाकर नंबर डायल करने वाले काले रंग के टेलीफाेन प्रचलन में थे। पहले भारतीय डाक एवं तार विभाग से अलग होकर दूरसंचार विभाग बना। फिर एक अक्टूबर 2001 में बीएसएनएल बना। इस 20 वर्ष के दौरान बीएसएनएल ने पुश बटन टेलीफोन से 4-जी सुविधा तक का सफर तय किया है

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