डिग्री कालेजों के शिक्षकों को नहीं भरना होगा फार्म, स्वयंसेवक कराएंग पंजीकरण Aligarh news

कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप में हर किसी की इच्छा हो रही है कि उनको पहले वैक्सीन लगवाने का मौका मिल जाए। शिक्षकों ने तो अपने आप को फ्रंट लाइन वर्कर का दर्जा देते हुए वैक्सीनेशन का लाभ दिलाने तक की मांग सरकार से कर दी है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 10:48 AM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 10:48 AM (IST)
डिग्री कालेजों के शिक्षकों को नहीं भरना होगा फार्म, स्वयंसेवक कराएंग पंजीकरण  Aligarh news
हर उच्च शिक्षा के संस्थान में टीका उत्सव मनाए जाने की पहल कर दी गई है।

अलीगढ़, जेएनएन : कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप में हर किसी की इच्छा हो रही है कि उनको पहले वैक्सीन लगवाने का मौका मिल जाए। शिक्षकों ने तो अपने आप को फ्रंट लाइन वर्कर का दर्जा देते हुए वैक्सीनेशन का लाभ दिलाने तक की मांग सरकार से कर दी है। ऐसे में डिग्री कालेजों के शिक्षकों के लिए डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा की ओर से सहूलियत भरा कदम उठाया गया है। हर उच्च शिक्षा के संस्थान में टीका उत्सव मनाए जाने की पहल कर दी गई है। इस संबंध में कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने विभागाध्यक्षों, एनसीसी व एनएसएस पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रूपरेखा भी तैयार कर दी है। इसके साथ ही सहूलियत ये भी की है कि शिक्षकों को पंजीकरण कराने के लिए कहीं भी भटकना नहीं पड़ेगा।

सभी करेंगे टीका उत्‍सव में सहभागिता

डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा की जनसंपर्क अधिकारी डा. सुनीता गुप्ता ने बताया कि शासन के निर्देश पर 11 अप्रैल 2021 को विवि के पालीवाल पार्क परिसर स्थित बृहस्पति भवन में कुलपति प्रो. अशोक मित्तल की अध्यक्षता में सभी विभागाध्यक्षों, संकाय अध्यक्षों, एनसीसी, एनएसएस, रेंजर्स और रोवर्स के पदाधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में कुलपति ने सभी के साथ गहन चिंतन मनन किया कि किस प्रकार हमारा विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आयोजित टीका उत्सव में सहभागिता कर सकता है। कुलपति ने बताया कि राज्यपाल सचिवालय से प्राप्त निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन किया जाएगा। विश्वविद्यालय पहले से ही इस दिशा में सजग है और अभी कुछ दिन पूर्व ही सभी शिक्षकों और कर्मचारियों का आरटीपीसीआर टेस्ट करा दिया गया है।

सभी कर्मचारियों व स्‍वजन का होगा टीकाकरण 

कुलपति ने बताया कि पहले चरण में सभी शिक्षकों और उनके परिजनों का और दूसरे चरण में सभी कर्मचारियों और उनके परिजनों का टीकाकरण कराया जाएगा। जिलाधिकारी और उप चिकित्सा अधिकारी से विश्वविद्यालय परिसर में टीका केंद्र की स्थापना के संबंध में भी वार्ता की गई है। टीका उत्सव की संपूर्ण व्यवस्थाओं की देखरेख करने के लिए फार्मेसी विभाग के अध्यक्ष डा. बृजेश तिवारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। विश्वविद्यालय को प्रतिदिन की गई कार्रवाई से शाम 5:00 बजे तक राजभवन को अवगत कराना है। इस संबंध में सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए आइआइटी के निदेशक प्रो. वीके सारस्वत को संयोजक बनाया गया है। वह आनलाइन संबंधी संपूर्ण व्यवस्था देखेंगे। कुलपति ने बताया कि जब कोई भी व्यक्ति टीका लगवाने जाता है तो उसे एक फार्म भरना पड़ता है और आनलाइन पंजीकरण कराना होता है। जिसमें काफी समय लगता है।

सभी प्रभारियों को दिए गए दिशा निर्देश

प्रो. अनिल गुप्ता और राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी डा. रामवीर सिंह को यह उत्तरदायित्व दिया गया है कि वे विश्वविद्यालय के शिक्षकों/स्वयंसेवकों की ओर से लाए जाने वाले अर्ह परिजनों/व्यक्तियों का फार्म भरवाकर उनका आनलाइन पंजीकरण कराएंगे। जिससे उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो। विश्वविद्यालय की ओर से अपने परिसरों से टीका केंद्रों तक शिक्षकों, कर्मचारियों और परिजनों को लाने, ले जाने के लिए एवं गरीब मलिन बस्तियों से लोगों को लाने व ले जाने के लिए निश्शुल्क बस व्यवस्था की जाएगी। जिसके लिए प्रो. बृजेश रावत को प्रभारी बनाया गया है। एनसीसी और एनएसएस के सभी प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि वे विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के सभी आठ जिलों में अपने विद्यार्थियों को भेजकर टीका उत्सव के प्रति सघन जागरूकता अभियान चलाएं और सभी व्यक्तियों को टीका अभियान में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित करें।

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