सेवानिवृति के बाद भी समाज का मार्गदर्शक होते हैं शिक्षक : मानवेंद्र सिंह Teachers are guides of society even after retirement: Manvendra Singh
उप शिक्षा निदेशक डा. पूरन सिंह ने कहा कि गुरु कुम्हार के समान होता है जो मिट्टी के लोने के बाद मनचाहा आकार देता है ठीक उसी प्रकार बच्चों को उच्च शिक्षा देकर शिक्षक भी अपनी अमिट छाप छोड़ता है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता । शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होते हैं, सेवाकाल में रहकर वह बच्चों को शिक्षा व अच्छे संस्कार देते हैं तो सेवानिवृत के बाद वह अपने अनुभवों के अधार पर समाज का मार्ग दर्शन भी करते हैं। उक्त बातें शुक्रवार को गभाना कस्बे के श्याम मैरिज होम में प्राथमिक शिक्षक संघ ब्लाक चंडौस के तत्वाधान में आयोजित विदाई एवं सम्मान समारोह में एमएलसी डा. मानवेंद्र प्रताप सिंह ने बतौर मुख्य वक्ता के रूप में कहीं। उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होते हैं, इसलिए गुरु की उपाधि माता-पिता ने बढ़कर बताई गई है।
शिक्षकों का योगदान सदा अनुकरणीय रहा है
सेवानिवृत्त होना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। शिक्षकों का देश व समाज में दिया योगदान सदा अनुकरणीय होता है। विदाई व्यक्ति के योगदान को पहचानने के लिए किया जाता है। उप शिक्षा निदेशक डा. पूरन सिंह ने कहा कि गुरु कुम्हार के समान होता है जो मिट्टी के लोने के बाद मनचाहा आकार देता है, ठीक उसी प्रकार बच्चों को उच्च शिक्षा देकर शिक्षक भी अपनी अमिट छाप छोड़ता है। जिला मंत्री मुकेश कुमार सिंह ने शिक्षकों की पीढ़ा बताते हुए कहा कि कुछ अधिकारी अनावश्यक ही शिक्षकों का उत्पीड़न कर रहे हैं। यदि शिक्षकों का उत्पीड़न करना बंद नहीं हुआ तो मजबूरन शिक्षक संघ को प्रदर्शन करने को बाध्य होना पड़ेगा। कार्यक्रम में एबीएसए चंडौस, जिलाध्यक्ष कौशलेंद्र सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान चंडौस ब्लाक क्षेत्र से सेवानिवृत्त हुए भगवत सिंह तौमर, रमेश चंद्र शर्मा, मिथिलेश कुमारी, नैक्सी देवी, विमला देवी, धर्मवीर सिंह, नेमवती, जावेद अहमद समेत दस शिक्षक व शिक्षिकाओं को अंगवस्त्र व स्मृतिचिन्ह भेंट कर भावपूर्ण विदाई दी गई। कार्यक्रम का संचालन ब्लाक अध्यक्ष डा. अमित कुमार सिंह ने किया।
यह लोग रहे उपस्थित
इस मौके पर किशनपाल सिंह, विजय कुमार सिंह, डा. हरेंद्र सिंह, कमल सिंंघल, सुधीर कुमार शर्मा, गोपाल गुप्ता, संजय शर्मा, नरेश चंद्र, हरिकेश शर्मा, सुनील कुमार सिंह, सुरेंद्र प्रताप गौतम, सुनील दत्त, अनुज प्रताप, नेत्रपाल सिंह, अनुपम, दिनेश शमा्र, अंजू रानी, पूनम चौधरी, अल्पना कौशिक, बीना देवी, निशा सिंह, कुसुम, बबीता राठी, अल्का चौहान, विनता माथुर, रिंकी, अनवर खां, अमित सारस्वत, नरेंद्र कुमार, शिखा अग्रवाल, अशोक चौधरी, मुकेश कुमार शर्मा, मनोज कुमार, विश्लेंद्र राणा, रामगोपाल, कृष्ण कुमार, सुनील कुमार, हितेंद्र वर्मा आदि मौजूद रहे।