डेलामानिड की डोज से जल्द स्वस्थ होंगे टीबी के मरीज, जानिए क्या है खासियत Aligarh news
टीबी के गंभीर मरीजों के लिए एक और नई दवा आ गई है। ‘डेलामानिड’ नामक यह दवा बड़ों के साथ बच्चों को भी दी जाएगी। अभी तक गंभीर मरीजों को ‘बीडाकुलीन’ नामक दवा खिलाई जाती है जो बच्चों के लिए नहीं है।
अलीगढ़, जेएनएन : टीबी के गंभीर मरीजों के लिए एक और नई दवा आ गई है। ‘डेलामानिड’ नामक यह दवा बड़ों के साथ बच्चों को भी दी जाएगी। अभी तक गंभीर मरीजों को ‘बीडाकुलीन’ नामक दवा खिलाई जाती है, जो बच्चों के लिए नहीं है। जबकि, नई दवा छह से 17 वर्ष तक के बच्चों को दी जाएगी। इस दवा से मरीज जल्द ठीक होंगे।
गंभीर मरीजों की दो श्रेणियां
टीबी यानि ट्यूबरक्लोसिस को क्षय रोग, तपेदिक आदि नामों से भी जाना जाता है। यह बैक्टीरिया से होने वाला रोग है। टीबी के मरीजों की कई श्रेणियां हैं। गंभीर मरीजों को मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट (एमडीआर) और एक्सेंसिवली ड्रग रेजिस्टेंट (एक्सडीआर) श्रेणी में रखा जाता है। इससे ग्रस्त व्यक्ति शारीरिक रूप से कमजोर हो जाता है। उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है। कई अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। फैंफड़ों में संक्रमण बढ़ने और ठीक से इलाज न हो तो मरीज की मृत्यु हो जाती है। लिहाजा, ऐसे मरीजों को भर्ती करके इलाज किया जाता है। उन्हें डाट्स के अलावा बीडाकुलीन दवा का कोर्स कराया जाता है, जो काफी कारगर है। हालांकि, बच्चों के लिए यह दवा ठीक नहीं मानी जाती। इसलिए बच्चों के लिए भी ऐसी ही दवा की मांग होती रही है। इस दवा की खुराक तीन हजार रुपये से अधिक है। स्वास्थ्य विभाग इसे मुफ्त में दे रहा है। यह दवा बाजार में उपलब्ध नहीं होगी।
इनका कहना है
आगरा समेत कई जनपदों में डेलामानिड दवा एमडीआर व एक्सडीआर टीबी के इलाज की डोज में शामिल हो चुकी है। अलीगढ़ में काफी समय से इस दवा का इंतजार है। जल्द ही इसके भी यहां लांच होने की उम्मीद है।
- सतेंद्र कुमार, जिला समन्वयक, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम।