महर्षि वाल्मीकि से प्रेरणा लेकर करेें समाज की भलाई के काम Aligarh news
आदिकवि कहे जाने वाले रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि की जयंती शरद पूर्णिमा को मनाई जाती है। पुराणों के अनुसार आश्विन माह में शरद पूर्णिमा के दिन महर्षि वाल्मीकि का जन्म हुआ था। महर्षि वाल्मीकि वैदिक काल के महान ऋषि हैं। उन्होंने संस्कृत भाषा में रामायण की रचना की।
अलीगढ़, जेएनएन : आदिकवि कहे जाने वाले रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि की जयंती शरद पूर्णिमा को मनाई जाती है। पुराणों के अनुसार आश्विन माह में शरद पूर्णिमा के दिन महर्षि वाल्मीकि का जन्म हुआ था। महर्षि वाल्मीकि वैदिक काल के महान ऋषि हैं। उन्होंने संस्कृत भाषा में रामायण की रचना की। रामायण प्रथम महाकाव्य है जो भगवान श्रीराम के जीवन की प्रमुख घटनाओं को काव्य के रूप में सुनाता है।
जगह-जगह आयोजित हुए कार्यक्रम
शनिवार को नगर में महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाई गई। उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा के जिलाध्यक्ष बनवारी लाल चौहान ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी ने श्री रामायण ग्रंथ की रचना कर सदमार्ग पर चलने का संदेश दिया है। हम सभी को उनके बताए मार्ग पर चलना चाहिए। भगवान वाल्मीकि जी संस्कृत भाषा के पितामाह थे, जिन्होंने बुराई पर नेकी की जीत का संदेश अपने महान ग्रंथ श्री रामायण के जरिए दिया। उन्होंने समाज में से भेदभाव को दूर करने के लिए भी प्रेरित किया और सभी को आपस में मिलजुल कर रहने की प्रेरणा दी। उनके जीवन से प्रेरणा लेकर हमें समाज की भलाई के काम करने चाहिएं। आज हमें संकल्प लेना चाहिए जो हमारे समाज में जातिवाद और धर्म बाद फैला रहे हैं, उन्हें हमें समाज से निकाल फेंकना चाहिए। इस मौके पर किशोरी लाल वाल्मीकि, मुकेश चंद, अमन, अनिल कुमार, सतीश चंद, रिशु चौहान, जितेश चौहान, राहुल आदि थे।
आरएसएस ने भी मनायी जयंती
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सेवा भारती ने नगर के वाल्मीकि मंदिर पर जाकर वाल्मीकि जयन्ती के उपलक्ष्य मे कन्या पूजन का कार्यक्रम किया। जिला प्रचारक नेम सिंह, विभाग सेवा प्रमुख मनवीर सिंह, सेवा भारती के नगर अध्यक्ष हरिमोहन अग्रवाल और गोपाल गौड़ ने महर्षि वाल्मीकि प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मदन लाल वाल्मीकि ने की। जिला प्रचारक ने वाल्मीकि जयंती पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह पर्व हिंदू समाज को जोड़ने और सामाजिक समरसता, सद्भाव को बढ़ाता है। सभी ने 51 कन्याओं का पूजन कर उनका टीका कर माला पहनाई और उपहार भेंट किए। इसके बाद प्रसाद वितरण किया गया। इस मौके पर तहसील प्रचारक चंद्रशेखर, नितिन अग्रवाल, मनेंद्र उपाध्याय, सोमेश कौशिक, उदित गौड़, शिवम तिवारी, अरुण वाल्मीकि, सुंदर, मुकेश, देवराज आदि थे।