अलीगढ़ में रिलीविग लेटर न मिला तो धरने पर बैठीं एसवी कालेज की शिक्षिका

बीएड विभाग की अध्यक्ष डा. शर्मिला शर्मा ने उठाया कदम कहा-टीआर डिग्री कालेज में ग्रहण करना है प्राचार्य का चार्ज।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 12:40 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 12:40 AM (IST)
अलीगढ़ में रिलीविग लेटर न मिला तो धरने पर बैठीं एसवी कालेज की शिक्षिका
अलीगढ़ में रिलीविग लेटर न मिला तो धरने पर बैठीं एसवी कालेज की शिक्षिका

जासं, अलीगढ़ : एसवी कालेज की बीएड विभाग की अध्यक्ष डा. शर्मिला शर्मा ने मंगलवार की शाम को कालेज में ही धरना शुरू कर दिया। उनकी मांग है कि कालेज प्रबंध समिति उनको रिलीविग लेटर उपलब्ध कराए।

उनका कहना है कि उनका नाम टीआर डिग्री कालेज की प्राचार्य बनने के लिए चयनित हुआ है। टीआर कालेज की प्रबंध समिति ने उनको ज्वाइनिग लेटर भी दे दिया है, लेकिन एसवी कालेज से रिलीविग लेटर न मिलने के चलते वे ज्वाइन नहीं कर पा रही हैं।

1994 से एसवी कालेज में कार्यरत शिक्षिका डा. शर्मिला ने बताया कि उन्होंने प्रबंध समिति के समक्ष एक वर्ष के अवैतनिक अवकाश का आवेदन किया था। इस पर स्वीकृति न देकर प्रकरण को उलझाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर एसवी कालेज प्रबंध समिति के सचिव सीए अतुल गुप्ता ने बताया कि डा. शर्मिला ने एक साल के अवैतनिक अवकाश का आवेदन 22 अक्टूबर की शाम को किया था। 23 की सुबह उनका आवेदन प्राप्त हुआ, जिस पर अतिआवश्यक बैठक 26 अक्टूबर को बुलाई गई। समिति पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से उनके अवकाश के आवेदन को अनुमोदन प्रदान कर दिया। अब डा. शर्मिला का कहना है कि उनको तत्काल रिलीविग लेटर दे दिया जाए। जबकि ये नियम विरुद्ध होगा। 2018 के राज्यपाल के गजट के अनुसार प्रबंध समिति के इस अनुमोदन को शिक्षिका के जरिए डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के वाइस चांसलर के पास स्वीकृति के लिए आवेदन भेजा जाएगा। इसके बाद ही शिक्षिका को रिलीविग लेटर जारी किया जा सकता है।

इतनी जल्दी क्यों : कालेज के सूत्रों के अनुसार यह बिदु भी चर्चा का विषय है कि आयोग की ओर से जारी सूची में कई नाम ऐसे हैं, जो अपनी पात्रता पूरी नहीं कर रहे। त्रुटिवश उनके नाम भी चयन सूची में शामिल हो गए हैं। इसके लिए न्यायालय में 40 से ज्याद केस भी चल रहे हैं। ज्वाइनिग लेटर मिलने के बाद भी काफी दिनों का समय मिलता है ज्वाइन करने के लिए। अगर कोई पूरी पात्रता रखता भी है तो रिलीविग लेटर के लिए इतनी हड़बड़ी क्यों है।

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