Kidnapping of Child in Aligarh : सर्विलांस टीम को मिल गई बच्‍चे का अपहरण करके ले जा रही कार, जानिए कैसे

सात अक्टूबर की रात क्वार्सी चौराहे से पुलिस की लैपर्ड बाइक चोरी हो गई थी। यह घटना पुलिस के लिए चुनौती थी। ऐसे में सर्विलांस व एसओजी की टीमें भी लगाई गईं। सर्विलांस टीम मंगलवार दोपहर को इकरा कालोनी में सीसीटीवी खंगालने पहुंची थी।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 08:54 AM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 08:54 AM (IST)
Kidnapping of Child in Aligarh : सर्विलांस टीम को मिल गई बच्‍चे का अपहरण करके ले जा रही कार, जानिए कैसे
कार सवार ने भागने की कोशिश की तो पुलिसकर्मी ने शीशे में हाथ मारकर उसे दबोच लिया।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। पुलिस कंट्रोल रूम से बच्ची को गाड़ी में डालकर ले जाने की घटना ने पुलिस के होश उड़ा दिए। एक तरफ पूरे जिले में घेराबंदी की गई तो दूसरी तरफ सर्विलांस व एसओजी भी सक्रिय हो गईं। संयोग रहा कि उसी वक्त सर्विलांस की टीम इकरा कालोनी में चोरी हुई लैपर्ड को तलाश रही थी, तभी उन्हें यह कार दिख गई। टीम ने बाइक से पीछा करके कार को रोका। कार सवार ने भागने की कोशिश की तो पुलिसकर्मी ने शीशे में हाथ मारकर उसे दबोच लिया।

यह है मामला

सात अक्टूबर की रात क्वार्सी चौराहे से पुलिस की लैपर्ड बाइक चोरी हो गई थी। यह घटना पुलिस के लिए चुनौती थी। ऐसे में सर्विलांस व एसओजी की टीमें भी लगाई गईं। सर्विलांस टीम मंगलवार दोपहर को इकरा कालोनी में सीसीटीवी खंगालने पहुंची थी। इधर, सीओ सिविल लाइन श्वेताभ पांडेय के निर्देशन में टीमें बच्ची की तलाश में जुट गईं। साढ़े चार बजे सर्विलांस प्रभारी संजीव कुमार को सूचना मिली। संजीव ने कंट्रोल रूम से संपर्क किया तो कार का नंबर मिल गया। संयोग की बात रही कि वह कार उसी वक्त वहां से गुजर रही थी। संजीव ने एक राहगीर से बाइक मांगी और अपने एक साथी को बिठाकर पीछा शुरू कर दिया। इकरा कालोनी के कट पर कार को रोका। पहले कार सवार को बातों में उलझाते हुए कहा कि तुमने बाइक को टक्कर मारी है। इस पर कार सवार सहम गया और शीशे बंद करने लगा। तभी संजीव ने शीशे पर हाथ मारा, जिससे उनके हल्की चोट आई। तब तक पूरी टीम आ गई और कार को घेरकर बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया गया।

कैमरे न होते तो स्विफ्ट को तलाशती रहती पुलिस

अपहरण के बाद पुलिस को सूचना ये मिली थी कि सफेद रंग की स्विफ्ट कार में अपहरण हुआ है। लेकिन, इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की टीम ने कैमरे खंगाले तो स्विफ्ट की बजाय एसेंट का दिखी। मौके पर मौजूद मजदूरों ने कार पहचान ली। तब जाकर कार ट्रेस हुई। कार लाल डिग्गी, एएमयू सर्किल से होते हुए ठंडी सड़क की तरफ मुड़ी, जहां कार का नंबर (एचआर 99 वीवी टेंप 4392) पूरी तरह ट्रेस हो सका। लेकिन, लौटकर फिर एएमयू के मुख्य गेट की तरफ जाने लगी। यहां से एडीएम कंपाउंड को जाने वाले रास्ते से होते हुए कार निकली थी।

हाथरस, एटा, पलवल पुलिस तक सक्रिय

अपहरण की सूचना पर एसएसपी खुद सड़क पर आए और घटनास्थल के बाद जेएन मेडिकल कालेज पहुंचे। इससे पहले लगातार टीमों के संपर्क में रहकर पल-पल की अपडेट ली। इसके लिए जिले के सभी थाना प्रभारियों को चेकिंग में लगाया गया। एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत, एसपी देहात शुभम पटेल, एसपी ट्रैफिक सतीश चंद्र, एसपी क्राइम राजेश श्रीवास्तव भी निगरानी में लग गए। इधर, पुलिस की एबीसीडी चेकिंग स्कीम व ट्रैफिक ग्रिड योजना भी काम आई। इसके चलते कार को लगातार ट्रेस करके एक-दूसरे से संवाद किया गया। एसएसपी ने हाथरस के एसपी, मथुरा एसएसपी, एटा एसएसपी के अलावा पलवल पुलिस को भी सूचना दे दी थी।

फैसल ने मौसी के बेटे को बताई घटना, मिली फोन रिकार्डिंग

फैसल मूलरूप से बुलंदशहर के बुढ़ावली का रहने वाला है। तीन साल से हमजा कालोनी में रह रहा है। दिल्ली से कपड़े खरीदकर अलीगढ़ व बुलंदशहर में सप्लाई करता है। फैसल ने बताया कि बुलंदशहर निवासी दोस्त मोहम्मद आमिर शादी में शामिल होने यहां आया था। दोपहर दो बजे हम दोनों काम से निकले थे। पहले दोनों ने शेर ए पंजाब नामकर दुकान से कोल्ड ड्रिंक व रोल भी खाया। नगर निगम के सामने चाय वाले की दुकान पर जा रहे थे। कंट्रोल रूम के सामने कार खड़ी कर रही रहे थे कि बैक करते समय सड़क किनारे एक बच्ची लेटी हुई थी। बकौल फैसल, हमें लगा कि बच्ची कार के पहिये के नीचे आ गई है। पिटाई के डर से बच्चे को गाड़ी में बिठाकर अस्पताल ले गए। डाक्टर ने बताया कि बच्ची पूरी तरह ठीक है, तो वहां से मोहम्मद आमिर बुलंदशहर निकल गया। फैसल के मुताबिक, डर लगने पर उसने मौसी के बेटे सबरेज को फोन पर घटना के बारे में बताया। इस पर सबरेज ने कहा कि मैं साथ चलकर बच्चे को छुड़वा दू्ंगा। इसके लिए फैसल एएमयू सर्किल की तरफ आ रहा था, तभी इकरा कालोनी में धौर्रामाफी वाले नाले पर पुलिस ने पकड़ लिया। हालांकि पुलिस को सबरेज से बातचीत की काल रिकार्डिंग भी मिली है। आरोपित का कहना है कि मानवता के नाते बच्चे को ले गया था। पुलिस ने चाय की दुकान चलाने वाले, रोल की दुकान में जाकर भी तस्दीक की है। इन दोनों के अलावा आमिर व सबरेज को पूछताछ के लिए भी बुलाया गया है।

बड़ा सवाल, अपहरण नहीं तो भागा क्यों

आरोपित ने भले ही अपनी पूरी बात पुलिस के सामने रख दी हो। लेकिन, पुलिस तथ्यों को परख रही है। सबसे बड़ा सवाल है कि अगर बच्ची का अपहरण नहीं हुआ तो मां व अन्य लोगों के पीछे दौड़ने पर भी युवक क्यों नहीं रुका। न ही पुलिस को कोई सूचना दी गई। इसके अलावा लौटते वक्त सीधे पुलिस कंट्रोल रूम पर नहीं आया। बल्कि काफी देर तक इधर-उधर घूमता रहा।

अंतरजनपदीय गिरोह के 16 लोग पकड़े थे

इस साल गांधीपार्क थाना व महुआखेड़ा थाना क्षेत्र से झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले बच्चे चोरी हुए थे। इसकी तलाश में पुलिस ने अगस्त में एक अंतरजनपदीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 16 आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। वहीं छह बच्चों को भी बरामद किया गया था।

यहां से निकली कार

04:17- पुलिस कंट्रोल रूम के सामने

04:19- लाल डिग्गी तिराहा

04:21- एएमयू सर्किल

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