पहली शिफ्ट में पढ़ाई और दूसरी शिफ्ट में होगा कोर्स पूरा Aligarh news

माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तरप्रदेश की ओर से कोविड-19 दौर में माध्यमिक विद्यालयों में नौवीं से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों को दो शिफ्टों में बुलाए जाने की व्यवस्था की गई थी। मगर अब यूपी बोर्ड से सुबह की पहली पाली में ही पढ़ाई कराने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 01:06 PM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 02:17 PM (IST)
पहली शिफ्ट में पढ़ाई और दूसरी शिफ्ट में होगा कोर्स पूरा  Aligarh news
जिलासतर पर अफसरों ने विद्यार्थियों का कोर्स पूरा कराने की योजना भी बना ली है।

अलीगढ़, जेएनएन : माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तरप्रदेश की ओर से कोविड-19 दौर में माध्यमिक विद्यालयों में नौवीं से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों को दो शिफ्टों में बुलाए जाने की व्यवस्था की गई थी। मगर अब यूपी बोर्ड से सुबह की पहली पाली में ही विद्यार्थियों को बुलाकर पढ़ाई कराने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। ऐसे में जिलासतर पर अफसरों ने विद्यार्थियों का कोर्स पूरा कराने की योजना भी बना ली है। कोरोना काल में आनलाइन पढ़ाई के जरिए पढ़ाई कराई गई थी। मगर इंटरनेट व संसाधनों की उपलब्धता न होने से तमाम विद्यार्थी आनलाइन पढ़ाई से छूट गए थे। अब इनकी पड़ाई दूसरी पाली में कराई जाएगी।

पहले कोर्स पूरा कराने का प्‍लान

जिले में 94 एडेड, 35 राजकीय व करीब 625 वित्तविहीन कॉलेज हैं। इनमें पढ़ने वाले हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं को पहले कोर्स पूरा कराने का प्लान तैयार किया गया है। इनका कोर्स पूरा कराना भी अफसरों व प्रधानाचार्यों के सामने चुनौती से कम नहीं है। ऐसे में अफसरों ने फैसला किया है कि जो विद्यार्थी अपनी छूटी हुई पढ़ाई पूरी करना चाहें वो दूसरी शिफ्ट में कॉलेज आकर पढ़ाई कर सकेंगे। शिक्षकों को ऐसे विद्यार्थियों की पढ़ाई के लिए अतिरिक्त कक्षाएं चलाने के निर्देश भी जारी किए जा रहे हैं। फरवरी के दूसरे व तीसरे सप्ताह में प्री-बोर्ड परीक्षाएं भी कराई जानी हैं। कोरोना काल में जब विद्यालय बंद थे तब जिले के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के करीब 30 हजार विद्यार्थियों को आनलाइन पढ़ाई से जोड़ा गया था। मगर बड़ी तादाद में विद्यार्थी इंटरनेट व एंड्रायड मोबाइल न होने से आनलाइन पढ़ाई से नहीं जुड़ सके थे। हालांकि ऐसे छात्र-छात्राओं के लिए दूरदर्शन व स्वयंप्रभा चैनल पर पढ़ाई की सामग्री दिखाई गईं। मगर ये भी सभी विद्यार्थियों के लिए मुफीद नहीं साबित हाे सकी है। 

बैठक में लगेगी मुहर

डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि, शुरुआती चरण में राजकीय विद्यालयों में बच्चों के कोर्स को पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा। जिन छात्र-छात्राओं की आनलाइन कक्षाएं बिल्कुल नहीं चल पाई हैं, उनके लिए दूसरी शिफ्ट में बुलाकर पढ़ाने की व्यवस्था कराने की योजना है। इस संबंध में प्रधानाचार्यों के साथ बैठक कर इसकी कार्ययोजना पर मुहर लगाई जाएगी। फिर जल्द ही एडेड व वित्तविहीन कॉलेजों के लिए भी ये व्सवस्था शुरू की जाएगी।

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