अलीगढ़ में अनुमति के 'खेल'पर विद्यार्थी संख्या का शिकंजा, जानिए क्‍या है मामला

माध्यमिक शिक्षा परिषद से संबद्ध कालेजों को खोलने से पहले इनमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों की अनुमति मांगी जा रही है। अनुमति की संख्या वास्तविक पहुंचे इसलिए विद्यार्थी संख्या देने का शिकंजा भी अफसरों की ओर से कसा गया है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 09:24 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 09:24 AM (IST)
अलीगढ़ में अनुमति के 'खेल'पर विद्यार्थी संख्या का शिकंजा, जानिए क्‍या है मामला
डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने कहा प्रधानाचार्यों को अभिभावकों की अनुमति की वास्तविक संख्या देनी है।

 अलीगढ़, जेएनएन। माध्यमिक शिक्षा परिषद से संबद्ध कालेजों को खोलने से पहले इनमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों की अनुमति मांगी जा रही है। अनुमति की संख्या वास्तविक पहुंचे इसलिए विद्यार्थी संख्या देने का शिकंजा भी अफसरों की ओर से कसा गया है। प्रधानाचार्यों को अभिभावकों की अनुमति की रिपोर्ट के साथ विद्यालय की छात्र संख्या भी बतानी होगी।

अभिभावक स्‍कूल खोलने की अनुमति मांगे

जिले में 94 एडेड, 35 राजकीय और करीब 625 वित्तविहीन कालेज हैं। डीआइओएस कार्यालय से सभी प्रधानाचार्यों के लिए पत्र जारी किया गया है। वे अपने संस्थान में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों से विद्यालय खोले जाने के बारे में अनुमति मांगे। इसमें देखा जाएगा कि कितने अभिभावक अपने बच्चों को विद्यालय भेजने के पक्ष में हैं और कितने अभिभावक इसके पक्ष में नहीं हैं। पिछले कोरोना काल में भी ये प्रक्रिया की गई थी। तब कुछ कालेजों की ओर से विद्यालय खोलने की जल्दबाजी में गलत सूचना भी प्रेषित कर दी गई थी। डीआइओएस डा. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को अभिभावकों की अनुमति की वास्तविक संख्या देनी है। संस्थान में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या भी देनी है। अगर गलत सूचना दी गई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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