अलीगढ़ में छर्रा विधायक के काफिले पर पथराव, जाम लगाकर हंगामा

पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की सांकरा स्थित गंगाघाट पर अस्थियां विसर्जित कर आ रहे थे वापस गांव लहरा सलेमपुर की घटना पथराव में दो गाड़ियां क्षतिग्रस्त 11 नामजद समेत 41 पर मुकदमा दर्ज।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 01:55 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 01:55 AM (IST)
अलीगढ़ में छर्रा विधायक के काफिले पर पथराव, जाम लगाकर हंगामा
अलीगढ़ में छर्रा विधायक के काफिले पर पथराव, जाम लगाकर हंगामा

जासं, अलीगढ़ : पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की सांकरा स्थित गंगाघाट पर अस्थियां विसर्जित कर रविवार देर शाम वापस आ रहे छर्रा विधायक रवेंद्र पाल सिंह के काफिले को दादों क्षेत्र में लहरा सलेमपुर में रोक लिया। आरोप है कि ग्रामीणों ने पथराव कर डाला। काफिले में शामिल दो गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। हंगामा चलता रहा। ग्रामीणों की यहां छर्रा विधायक व समर्थकों से जमकर नोक-झोंक तक हो गई। इलाका पुलिस ने ग्रामीणों को पहले जाम खोलने को कहा, फिर न मानने पर उन्हें लाठियां फटकारते हुए खदेड़ा। दादों इंस्पेक्टर ने 11 नामजद व 30 अज्ञात समेत 41 के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।

दादों इंस्पेक्टर गोविंद बल्लभ शर्मा ने बताया कि कल्याण सिंह की अस्थियां विसर्जित करने को रविवार को क्षेत्र में यात्रा निकाली गई थी। इसमें छर्रा विधायक रवेंद्रपाल सिंह का भी काफिला शामिल था। देर शाम सांकरा गंगाघाट पर अस्थियां विसर्जित कर सभी लोग लौट रहे थे। गांव लहरा सलेमपुर के पास ग्रामीणों ने ठेल, ढकेल व अवरोधकों के साथ ही काफी संख्या में निराश्रित गोवंश को लाकर रास्ता जाम कर दिया। ग्रामीणों की मांग थी कि निराश्रित गोवंश के चलते उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं। इससे उन्हें निजात दिलाई जाए। ग्रामीण विरोध में नारेबाजी करते हुए हंगामा करने लगे। करीब घंटे भर तक विधायक का काफिला जाम में ही फंसा रहा। इस बीच ग्रामीणों व विधायक के काफिले में शामिल समर्थकों के बीच नोक-झोंक होने लगी और नौबत हाथापाई तक आ गई। हंगामे की सूचना पर सीओ छर्रा देवी गुलाम व इलाका पुलिस आ गई। उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया तो वे उग्र हो गए और पुलिस से ही भिड़ गए। जिस पर उन्हें लठिया कर खदेड़ डाला। गुस्साए ग्रामीणों ने पथराव कर डाला जिसमें विधायक के काफिले में शामिल दो गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर डाला। इनके शीशे आदि टूट गए। किसी तरह पुलिस ने विधायक के काफिले को वहां से सकुशल निकलवाया।

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इन पर दर्ज हुआ मुकदमा

दादों इंस्पेक्टर गोविद बल्लभ शर्मा ने गांव गिरधरपुर के प्रधान मनोज यादव, विनोद यादव, मल्लू सिंह, गांव लहरा सलेमपुर के पूर्व प्रधान पति रामनिवास यादव, राधे यादव, बंटी, बालेंद्र यादव, राकेश, शिशुपाल सिंह, राजवीर सिंह, मनवीर सिंह समेत 11 नामजद व 30 अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। एसपी देहात शुभम पटेल ने बताया कि फरार नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं, जल्द पकड़ा जाएगा।

राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया

घटना में नामजद प्रधान मनोज यादव का आरोप है कि राजनीतिक साजिश के तहत उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिस वक्त घटना हुई वे मौके पर नहीं थे और गांव गिरधरपुर में थे। बड़े भाई तो गांव में ही नहीं रहते हैं। कारोबार के सिलसिले में अधिकांश बाहर ही रहते हैं। पूर्व प्रधान पति रामनिवास यादव के अनुसार उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है। घटना के वक्त वे छर्रा थाने में एक मामले में समझौता कराने गए थे। मुकदमा वापस न लिया गया तो आंदोलन किया जाएगा।

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काफिले को रोड पर ढकेल, बुग्गी लगाकर जबरन रोका गया था। मैं उस समय काफी पीछे था। काफिला रोकने की जानकारी मिलने पर मैंने पुलिस को सूचना दी, तब पुलिस ने पहुंचकर लोगों को हटाया। गुंडा तत्वों ने यह साजिशन किया था। ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।

रवेंद्र पाल सिंह, छर्रा विधायक

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