Special on death anniversary:अलीगढ़ के अतरौली में दारा सिंह ने ठोक दी थी ताल Aligarh News
19 साल पहले अतरौली में आए अंतरराष्ट्रीय पहलवान व अभिनेता दारा सिंह के साथ भी यही हुआ था। भीड़ को देखकर दारा सिंह उत्साहित हो गए और मंच से ही ताल ठोक दी।
अलीगढ़ [राज नारायण सिंह]: ब्रज की माटी कुश्ती व कबड्डी के लिए जानी जाती है। इस माटी पर आकर हर किसी की भुजाएं फड़क उठती हैं। 19 साल पहले अतरौली में आए अंतरराष्ट्रीय पहलवान व अभिनेता दारा सिंह के साथ भी यही हुआ था। भीड़ को देखकर दारा सिंह उत्साहित हो गए और मंच से ही ताल ठोक दी। इस पर एक बुजुर्ग दौड़कर मंच पर चढ़ गए और कुश्ती लडऩे को तैयार हो गए। फिर तो अतरौली का स्टेडियम ठहाकों से गूंज उठा। दारा सिंह के सम्मान में हर कोई खड़ा हो गया। उनकी पुण्यतिथि पर पुरानी यादें ताजा हो आईं।
युवकों को पहले फटकार लगाई
21 दिसंबर 2001 को अतरौली स्टेडियम में जाट महासभा का सम्मेलन था। मुख्य अतिथि दारा सिंह थे। रामायण सीरियल में हनुमान की भूमिका निभाने वाले दारा सिंह उस समय तक हर किसी के दिल में जगह बना चुके थे। स्टेडियम में देखने के लिए 40 हजार से भी अधिक लोग पहुंचे थे। एटा-क्वार्सी बाइपास स्थित राजीव नगर निवासी ऋषिपाल सिंह संचालन कर रहे थे। मंच पर करीब 60 लोग थे। ऋषिपाल बताते हैं कि दारा सिंह माइक पर बोल रहे थे। उन्होंने युवकों को पहले फटकार लगाई। कहा, हिप्पीकट बाल रखते हो, गर्दन दुबली है। ऐसे कैसे काम चलेगा? जोश में आए दारा सिंह ने कहा कि इस समय उनकी उम्र 75 साल है। ताल ठोकते हुए कहा, है कोई जो उनसे आज भी कुश्ती के लिए हाथ मिला ले।
साहब सिंह को लगाया गले
मंच पर और सामने बैठे लोग भौचक रह गए। समारोह में सन्नाटा छा गया। तभी नीचे बैठे 70 वर्षीय साहब सिंह दौड़ते हुए मंच पर चढ़ गए। दारा सिंह से हाथ मिलाते हुए कहा, आओ हमसे दो-दो हाथ करो। लड़कों में तो दम नहीं है। दारा सिंह ने साहब सिंह को पहचान लिया। इससे पहले कुश्ती दंगल में दोनों हाथ मिला चुके थे। दारा सिंह ने साहब सिंह को गले लगा लिया और कहा, यह है असली पहलवान। ऋषिपाल सिंह बताते हैं कि पूरा समारोह जयश्रीराम के जयघोष से गूंज उठा था। समारोह में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष महेंद्र टिकैत भी थे।