जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर सपा-रालोद बैठा रहे सामंजस्य, मुखिया पर फंसेगा पेंच Aligarh news

जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए जरूरी बहुमत न जुटा सके राजनैतिक दल तालमेल बनाकर कुर्सी कब्जाने का रास्ता तलाश रहे हैं। इनमें सबसे आगे हैं सपा और रालोद। दोनों दलों के चुनावी गणित को समझा जाए तो गांव में इनकी मिलीजुली सरकार बनती दिखाई दे रही है।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 03:23 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 03:23 PM (IST)
जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर सपा-रालोद बैठा रहे सामंजस्य, मुखिया पर फंसेगा पेंच Aligarh news
राजनैतिक दल तालमेल बनाकर कुर्सी कब्जाने का रास्ता तलाश रहे हैं।

अलीगढ़, जेएनएन ।  जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए जरूरी बहुमत न जुटा सके राजनैतिक दल तालमेल बनाकर कुर्सी कब्जाने का रास्ता तलाश रहे हैं। इनमें सबसे आगे हैं सपा और रालोद। दोनों दलों के चुनावी गणित को समझा जाए तो गांव में इनकी मिलीजुली सरकार बनती दिखाई दे रही है। हालांकि, मुखिया को लेकर अभी विवाद बना हुआ है। मौजूदा हालात में सपा का पलड़ा भारी दिख रहा है। 

बहुमत किसी भी दल को नहीं

जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सभी राजनैतिक बहुमत से बहुत पीछे हैं। जिला पंचायत सदस्यों की 17 सीटें निर्देलीयाें के पास हैं। यही वजह है कि अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर घमासान मचा हुआ है। बहुमत न होने पर राजनैतिक दलों के नेता निर्दलीयों की ओर निहार रहे हैं। पंचायत चुनाव साथ लड़ीं समाजवादी पार्टी अौर रालोद भी गठजोड़ के बाद भी अध्यक्ष की कुर्सी पर दावा नहीं कर पा रहीं। समाजवादी पार्टी ने नौ सीटें जीती हैं। वहीं, रालोद के खाते में सात सीटें आयी हैं। दोनों पार्टियों के सदस्य मिल भी जाएं ताे भी बहुमत से पिछड़ रहे हैं। एेसी स्थिति में निर्देलीयों की अोर आशावान दृष्टि से देखा जा रहा है। सपा नेताओं का दावा है कि दो निर्दलीय सदस्य उनके साथ हैं, चार अन्य निर्दलीय भी समर्थन दे रहे हैं। इन सभी को शामिल कर संख्या 15 बैठ रही हैं। रालाेद के सात सदस्य मिलाकर संख्या 22 हो जाएगी। बहुमत के लिए दो सदस्य और चाहिए। उधर, रालोद ने भी निर्देलीयों के अपने पक्ष में होने का दावा किया है। अब पूरा दामोमदार निर्दलीयों पर है।

निर्दलीय सदस्‍य तय करेंगे कुर्सी

चर्चा ये भी है कि सपा और रालोद में जिसने अधिक निर्दलीय सदस्य अपने पक्ष में कर लिए, अध्यक्ष उसी पार्टी का बनेगा। पिछले दिनों सपा और रालोद की बैठक में इसी को लेकर चर्चा हुई। सपा के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पाना बड़ी उपलब्धि होगी। वहीं, रालोद अध्यक्ष की कुर्सी पालक राजनीति में पैर जमाना चाहिए। हालांकि, इसको लेकर लखनऊ स्तर पर भी वार्ता चल रही है। सपा जिलाध्यक्ष गिरीश यादव का कहना है रालोद के साथ मिलकर सपा बहुमत साबित करेगी। जिला पंचायत अध्यक्ष किस पार्टी का बनेगा, ये रालोद नेताओं के साथ बैठक कर आपस में तय कर लेंगे। जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।

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