अलीगढ़ का नाम बदलने के प्रस्ताव को सपा ने नियम विरुद्ध बताया, अपर आयुक्त को दिए तर्क
अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ करने के प्रस्ताव से जिले की सियासत गरमा गई है। जहां भाजपा और उसके समर्थक जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में आए इस प्रस्ताव का समर्थन कर रहे हैं वही समाजवादी पार्टी ने कड़ा विरोध करते हुए प्रस्ताव को ही नियम विरुद्ध बता दिया।
अलीगढ़, जेएनएन। अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ करने के प्रस्ताव से जिले की सियासत गरमा गई है। जहां भाजपा और उसके समर्थक जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में आए इस प्रस्ताव का समर्थन कर रहे हैं, वही समाजवादी पार्टी ने कड़ा विरोध करते हुए प्रस्ताव को ही नियम विरुद्ध बता दिया। सपा नेताओं का कहना है पंचायती राज अधिनियम के तहत जिला पंचायत को किसी भी शहर का नाम बदलने के प्रस्ताव का अधिकार ही नहीं है। वहीं, जिस व्यक्ति ने बोर्ड बैठक में प्रस्ताव दिया है वह सदन का सदस्य नहीं है। सपा से जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी रहीं अर्चना यादव के नेतृत्व में पार्टीजनों ने मंडलायुक्त के नाम अपर आयुक्त को ज्ञापन देकर बोर्ड बैठक को शून्य घोषित करने की मांग की है।
यह है मामला
कमिश्नरी पहुंचे सपाइयों ने पांच बिंदुओं को लेकर ज्ञापन दिया है। इसमें कहा है कि पंचायती राज अधिनियम के तहत जिला पंचायत को किसी भी शहर का नाम बदलने के प्रस्ताव का अधिकार नहीं है। जिला पंचायती राज अधिनियम के अनुसार सदन में केवल सदस्य और पदेन सदस्य ही भाग ले सकते हैं, उनके प्रतिनिधि भी भाग नहीं ले सकते। अलीगढ़ जिला पंचायत की बैठक में वह लोग मौजूद थे, जो सदन में सदस्य नहीं हैं। संचालन भी उन्हीं लोगों ने किया और मंच पर मौजूद रहे। इनमें पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुधीर चौधरी, श्यौराज सिंह (जिला पंचायत अध्यक्ष के पति), और उनका बेटा प्रवीण कुमार सिंह आदि थे। ज्ञापन में कहा कि जो प्रस्ताव पूर्व ब्लाक प्रमुख अतरौली केहर सिंह ने दिया है, वर्तमान में उनकी पत्नी ब्लाक प्रमुख हैं। वह स्वयं उस सदन के सदस्य नहीं है, फिर किस अधिकार से तहत प्रस्ताव दिया। जो प्रस्ताव जिला पंचायत की बैठक में आए हैं, वह नियम के तहत असंवैधानिक है। सपा नेताओं ने इस पर विरोध जताते हुए जिला पंचायत बोर्ड की बैठक को शून्य घोषित करने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में संजय यादव, कुलदीप चौधरी, जितेंद सिंह, अमित कुमार, सुलेखा चौधरी, नीरज चौहान, विजेंद्र यादव, राजकुमारी, नीरज सूर्यवंशी, डा. कृपाल सिंह यादव, पंकज यादव, विजय प्रजापति आदि थे |