अलीगढ़ में परिणाम को लेकर सपाइ-बसपाइ आमने-सामने, कलक्ट्रेट पर हंगामा Aligarh news
मतगणना परिणाम मेें गड़बड़ी की आशंका को लेकर सत्ता व विपक्ष को भिड़ते हुए तो देखा होगा लेकिन मंगलवार को कलक्ट्रेट में कुछ अलग हुआ। यहां पर कराबाद के वार्ड नंबर 41 के परिणाम को लेकर सपा-बसपाई आमने-सामने थे। दोनों दलों के नेताओं ने सात घंटे तक जमकर हंगामा किया।
अलीगढ़, जेएनएन । मतगणना परिणाम मेें गड़बड़ी की आशंका को लेकर सत्ता व विपक्ष को भिड़ते हुए तो देखा होगा, लेकिन मंगलवार को कलक्ट्रेट में कुछ अलग हुआ। यहां पर अकराबाद के वार्ड नंबर 41 के परिणाम को लेकर सपा-बसपाई आमने-सामने थे। दोनों दलों के नेताओं ने करीब सात घंटे तक जमकर हंगामा किया। सपाइयों ने धरना दिया और प्रदर्शन भी किया। इस दौरान निर्वाचन कार्यालय में दोनों दलों के नेताओं में कहासुनी तक हो गई। मारपीट तक की नौबत आ गई थी। अधिकारी समझाने में लगे रहे। मतगणना शीट के अनुसार सपा प्रत्याशी विजेंद्र यादव जीते, लेकिन बसपा नेता हेराफेरी कर परिणाम प्रभावित करने का आरोप लगा रहे हैं। दोनों के सामने नए सिरे से वोटों को जोड़ा गया, जिसमें सपा प्रत्याशी के ही वोट अधिक थे। इसके चलते देर रात विजेंद्र यादव को प्रमाण पत्र दे दिया गया।
सपा ने 36 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे
समाजवादी पार्टी ने जिला पंचायत सदस्य के लिए 36 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। दावा है कि इनमें नौ प्रत्याशियों ने जीत हासिल की। इसमें वार्ड 41 से विजेंद्र सिंह भी विजयी हुए। इनका नाम प्रशासन द्वारा सार्वजनिक कर दिया गया था। मंगलवार को जिला मुख्यालय पर विजयी प्रत्याशियों को प्रमाण पत्र दिए जा रहे थे। विजेंद्र सिंह भी पहुंच गए। यहां पता चला कि वार्ड 41 से किसी और के नाम पर प्रमाण पत्र बन रहा है, बसपा के प्रत्याशी गवेंद्र गिरी को यहां जिताया जा रहा है। इस पर सपा जिलाध्यक्ष गिरीश यादव, पूर्व सांसद बिजेंद्र सिंह, मोहम्मद सगीर, पंकज यादव, मुंतजिम किदवई आदि पहुंच गए और विरोध शुरू कर दिया। कुछ सपाई वहीं लेट गए। धरना भी दिया गया। तब अफसरों ने पत्रावलियों की जांच कराई। जिलाध्यक्ष गिरीश यादव ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के ही प्रत्याशी अर्जुन सिंह को इस तरह की हेराफेरी से हरा दिया गया। अगर धरना नहीं देेते तो फिर इसे ही घुमा दिया जाता है। धरना -प्रदर्शन शुरू किया तो अधिकारियों ने माना कि तकनीकी दिक्कत होने से प्रमाण पत्र देने में देरी हो रही है। वही, बसपा भी सपा के सामने डटी रही। बसपा के आगरा अलीगढ़ मंडल के मुख्य सेक्टर प्रभारी सूरज सिंह और जिलाध्यक्ष रतनदीप सिंह के नेतृत्व में विरोध जताया गया। उन्होंने बताया कि इस वार्ड से बसपा ने गवेंद्र गिरि को प्रत्याशी बनाया था। कलक्क्टेट से इनके पास फोन पहुंचा था कि प्रमाण पत्र ले जाओ। यहां आने पर पता चला कि सपाई विजेंद्र यादव के समर्थन में धरने पर बैठे हैं और उनको जीता हुआ बता रहे हैं। दोनों पक्षों के आरोप प्रत्यारोप के बाद प्रशासनिक अफसर हरकत में आए। सिटी मजिस्ट्रेट विनीत कुमार सिंह व सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल कुमार ने दोनों पक्षों को समझाया। सभी के सामने मतगणना शीट मंगाई और दोबारा से वोट गिनवाए। इसमें विजेंद्र यादव की जीत सामने आई। बसपा का आरोप है कि इस पर ओवर राइटिंग की गई है, लेकिन प्रशासन इसी फैसले पर अडिग रहा।
विजेंद्र की बिगड़ी तबीयत
वार्ड नंबर 41 के दावेदार विजेंद्र की कलक्ट्रेट में तबीयत बिगड़ गई। इस पर वह कलक्क्ट्रेट के फर्श पर ही लेट गए। प्रमाण पत्र न मिलने पर सपाईयों भी इनके साथ धरने पर बैठे।