इतना हुआ है किसानों का नुकसान, तभी मिलेगा मुआवजा, जानिए विस्‍तार से Aligarh News

मौसम बारिश ने किसानों के सामने मुसीबत खड़ी कर दी है। जिले में बारिश के चलते काफी नुकसान हुआ है। सबसे अधिक कटी व पकी खड़ी फसल में हुआ है। हालांकि प्रशासन ने नुकसान की भरवाई के लिए सर्वे करना शुरू कर दिया है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 04:01 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 04:01 PM (IST)
इतना हुआ है किसानों का नुकसान, तभी मिलेगा मुआवजा, जानिए विस्‍तार से Aligarh News
प्रशासन ने नुकसान की भरवाई के लिए सर्वे करना शुरू कर दिया है।

अलीगढ़,जागरण संवाददाता। बेमौसम बारिश ने किसानों के सामने मुसीबत खड़ी कर दी है। जिले में बारिश के चलते काफी नुकसान हुआ है। सबसे अधिक कटी व पकी खड़ी फसल में हुआ है। हालांकि, प्रशासन ने नुकसान की भरवाई के लिए सर्वे करना शुरू कर दिया है। बुधवार शाम तक जिले में नुकसान की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी, लेकिन शासन से निर्धारित नियमों के महत 33 फीसद से अधिक नुकसान होने पर ही मुआवजा मिलता है। अगर इससे कम नुकसान हुआ तो फिर मुआवजा नहीं मिलेगा। नियमों की इस कड़ाई के चलते हर बार हजारों किसान मुआवजे से वंचित रह जाते हैं।

33 फीसद नुकसान पर मिलता है मुआवजा

जिले में रविवार शाम से बारिश की शुरुआत हुई थी। सोमवार देर रात तक यह सिलसिला चलता रहा। इससे फसलों का काफी नुकसान हुआ। डीएम सेल्वा कुमारी जे ने सोमवार को ही सभी तहसीलों के एसडीएम व तहसीलदारों को निर्देश जारी कर दिए थे। इसमें गांव-गांव जाकर वास्तविक नुकसान की स्थिति देखने के निर्देश दिए थे। बुधवार तक यह स्थिति स्पष्ट हो जाएगी, लेकिन सरकार से नुकसान पर मुआवजे का नियम काफी कठिन हैं। 33 फीसद से अधिक नुकसान होने पर भी मुअावजा मिलता है। यह भी ऊंट के मुंह में जीरे के समान ही होता है। धान की कीमत का एक चौथाई मुआवजा भी किसानों को नहीं मिल पाता है। हालांकि, अभी जिले में मुआवजे की राशि स्पष्ट नही हुई है। शासन से ही इसके निर्देश मिलेंगे, लेकिन पूर्व में मानकानुसार प्रति हेक्टेयर साढ़े 13 हजार रूपये की दर से किसानों को मुआवजा मिलता रहा है। यह किसानों के लिए काफी कम होता है।

बारिश ने सब कुछ चौपट कर दिया

पनैठी क्षेत्र के किसान राम प्रताप ने बताया कि इस बार काफी अच्छे धान की पैदावार हुई है, लेकिन बारिश से पहले ही मुश्किल खड़ी हो गई है। बारिश ने सब कुछ चौपट कर दिया है। अब प्रशासन मुआवजे के लिए सर्वे करा रहा है, लेकिन इससे इस नुकसान की कभी भरपाई नहीं हो पाएगी। एडीएम वित्त विधान जायसवाल ने बताया कि नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है। वहां से जो आदेश मिलेंगे, उन पर शतप्रतिशत अमल किया जाएगा।

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